रांची: नेपाल से आए एक युवक की दो बहनों और उसकी मां के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. नेपाल से रांची पहुंचे किशन नाम का युवक ने आरोप लगाया कि डोरंडा इलाके से उसकी दो बहने और मां का अपहरण एक काले रंग के वाहन में बैठे चार युवकों ने हथियार के बल पर कर लिया.
पीड़ित किशन के अनुसार वह अपने पिता गणेश तमांग से मिलने के लिए ट्रेन से रांची पहुंचा था. सोमवार की रात अपनी दोनों बहनों और मां के साथ रांची स्टेशन से निकल कर डोरंडा थाना क्षेत्र के राजेंद्र चौक के पास पहुंचा. जहां काले रंग के स्कॉर्पियो में सवार चार युवकों ने हथियार के बल पर उसकी मां और दोनों बहनों का अपहरण कर लिया.
किशन ने बताया कि अपराधियों ने उसकी दोनों बहनों और मां को नशिले पदार्थ सूंघाकर बेहोश कर दिया. जिसके बाद उसने अपराधियों का विरोध किया, तो अपराधियों ने उसके मुहं पर रुमाल रख दिया. जिसकी वजह से वह बेहोश हो गया. उसे जब होश आया तब वह सड़क के किनारे पड़ा हुआ था. किशन ने बताया कि रास्ते में उसे एक पुलिस वाला मिला जिससे उसने पूरी आपबीती सुनाई. जिसके बाद पुलिस ने उसे रांची के डोरंडा थाना आया.
पुलिस जांच में जुटी
मामले की जानकारी मिलते ही रांची पुलिस हरकत में आ गई है. किशन के द्वारा बताए गए वाहन की तलाश की जा रही है. हालांकि अभी तक पुलिस को इस पूरे मामले को मानने से इंकार कर रही थी. पुलिस का कहना है कि किशन के पिता गोरखा बटालियन में तैनात हैं. पुलिस की टीम ने गोरखा बटालियन में मामले की पूछताछ की. लेकिन वहां उसके पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. हलांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस लगातार शहर में छापेमारी कर रही है.
फिलहाल पुलिस किशन से थाने में ही पूछताछ कर रही है और सच्चाई जानने का प्रयास कर रही है. वहीं जब झारखंड आर्म्ड फोर्स के जवानों को इस मामले की जानकारी मिली तो वे भी युवक के लापता पिता की खोजबीन में लग गए. गौरतलब है कि झारखंड आर्म्ड फोर्स में अधिकांश नेपाल के रहने वाले जवान हैं.