बोकारो: जिले में क्रिसमस को लेकर सभी चर्च में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. ईसाई समुदाय में इस पर्व का साल भर का इंतजार रहता है. इसे लेकर क्रिश्चियन समुदाय की ओर से खास तैयारियां भी की जाती हैं. रात 12 बजे से ही मुक्तिदाता यीशु मसीह का जन्म हुआ. आतिशबाजी के साथ इस पर्व का आगाज हो गया.
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मांदर की थाप पर झूमते हुए नजर आए श्रद्धालु
सुबह से ही चर्च में श्रद्धालु प्रार्थना के साथ बाइबल पढ़ते नजर आए. उसके बाद सभी श्रद्धालु मांदर की थाप पर झूमते हुए नजर आए. महिला पुरुष और बच्चे सभी ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देकर केक का भी आनंद उठाया. क्रिश्चियन समुदाय के लोगों ने कहा यह पर्व हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस पर्व में हम लोग यीशु मसीह का जन्मदिन मनाते हैं और मान्यता है कि जब पृथ्वी में अत्याचार और आतंक बढ़ गया तब यीशु मसीह का जन्म हुआ था. वे शांति के दूत माने जाते हैं.
भेदभाव मिटाने की पर्व
क्रिश्चियन समुदाय की महिला ने बताया कि इस पर्व में हम लोग ऐसे लोगों की मदद करते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर रहते हैं ताकि यह भेदभाव मिटा रहे कि कोई इसमें बड़ा हो और ना ही छोटा. श्रद्धालुओं ने बताया कि इस बार कोरोना के कारण काफी सतर्कता के साथ यह पर्व मनाया जा रहा है. हम लोग एक दूसरे को दूर से ही बिना गले मिले क्रिसमस की बधाई दे रहे हैं.