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रिटायर्ड फौजी के दस्तावेज देखे बगैर एसडीओ ने करा दिया बेघर, मकान मालिक पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

एक तरफ देश सैनिकों के सम्मान में करगिल दिवस मना रहा है, वहीं बोकारो में एक सेवानिवृत्त सैनिक को घर से बेघर कर दिया गया. फौजी का आरोप है स्थानीय अफसरों ने उसका पक्ष भी नहीं सुना और धोखाधड़ी कर रहे मकान मालिक के पक्ष में फैसला सुना दिया.

fraud from retired soldier
रिटायर्ड फौजी के दस्तावेज देखे बगैर एसडीओ ने करा दिया बेघर
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Published : Jul 26, 2022, 7:42 PM IST

बोकारोः आज पूरा देश करगिल दिवस मना रहा है. इस बीच बोकारो में एयरफोर्स के रिटायर्ड फौजी को उसके घर से बेघर कर दिया गया. रिटायर्ड फौजी लव कुमार ने इसके लिए चास अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश को जिम्मेदार ठहराया है. लव कुमार का आरोप है कि बिना किसी जांच पड़ताल और कोर्ट प्रोसीडिंग के अनुमंडल पदाधिकारी ने आदेश निकाल दिया. लव कुमार ने फैसले पर भी सवाल उठाए हैं.

ये भी पढ़ें-Kargil Vijay Diwas: याद आए शहीद नागेश्वर महतो, शहादत के बाद सरकार बने उस परिवार का सहारा- संध्या देवी


एयर फोर्स से वर्ष 2021 में रिटायर हुए लव कुमार ने बताया कि वर्ष 2003 में बोकारो स्टील के कर्मचारी जलेश्वर प्रसाद से यह घर खरीदा था. लेकिन उसके बेटे विजय कुमार ने घर को बेचने की बात को छुपाते हुए घर को खाली कराने का आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी चास को दिया. इधर, अनुमंडल पदाधिकारी चास ने बिना किसी प्रोसीडिंग चलाए गलत तरीके से घर खाली करने का आदेश जारी कर दिया. जबकि मैंने 67 पेज के कागजात अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में जमा कराए थे. उसकी ओर से जमा किए गए दस्तावेज की जांच तक नहीं कराई गई. उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 में भी जलेश्वर प्रसाद और उसके बेटे ने मिलकर मेरे इस घर को बेचने की बात कह कर एक व्यक्ति से धोखाधड़ी की थी, जिसका मामला हरला थाने में चल रहा है. लेकिन बिना कागजात जांच किए और बिना कोर्ट में केस चलाए अफसरों से इस पर फैसला करा लिया.

देखें पूरी खबर

वहीं इस घर को खाली कराने आए दंडाधिकारी सुदीप एक्का ने बताया कि विजय कुमार के आवेदन पर चास अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा यह आदेश पारित किया गया है. इसी के आलोक में यह कार्रवाई की जा रही है. इस आदेश के खिलाफ कोई स्टे आदेश नहीं आया है जिस कारण यह कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस मामले पर जब चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत से बात की गई तो उन्होंने जानकारी दी कि कानूनी तरीके से यह आदेश दिया गया है.

बताते चलें कि बोकारो स्टील के क्षेत्र में किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई करने के लिए संपदा न्यायालय बना हुआ है. इस न्यायालय के आदेश पर ही कहीं भी अतिक्रमण को हटाया और आवासों से अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है. बावजूद इसके एसडीओ द्वारा एक फौजी के घर को खाली कराने के लिए आदेश दिया जाना, कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में है. इस पर फौजी लव कुमार भी सवाल उठा रहे हैं.

बोकारोः आज पूरा देश करगिल दिवस मना रहा है. इस बीच बोकारो में एयरफोर्स के रिटायर्ड फौजी को उसके घर से बेघर कर दिया गया. रिटायर्ड फौजी लव कुमार ने इसके लिए चास अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश को जिम्मेदार ठहराया है. लव कुमार का आरोप है कि बिना किसी जांच पड़ताल और कोर्ट प्रोसीडिंग के अनुमंडल पदाधिकारी ने आदेश निकाल दिया. लव कुमार ने फैसले पर भी सवाल उठाए हैं.

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एयर फोर्स से वर्ष 2021 में रिटायर हुए लव कुमार ने बताया कि वर्ष 2003 में बोकारो स्टील के कर्मचारी जलेश्वर प्रसाद से यह घर खरीदा था. लेकिन उसके बेटे विजय कुमार ने घर को बेचने की बात को छुपाते हुए घर को खाली कराने का आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी चास को दिया. इधर, अनुमंडल पदाधिकारी चास ने बिना किसी प्रोसीडिंग चलाए गलत तरीके से घर खाली करने का आदेश जारी कर दिया. जबकि मैंने 67 पेज के कागजात अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में जमा कराए थे. उसकी ओर से जमा किए गए दस्तावेज की जांच तक नहीं कराई गई. उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 में भी जलेश्वर प्रसाद और उसके बेटे ने मिलकर मेरे इस घर को बेचने की बात कह कर एक व्यक्ति से धोखाधड़ी की थी, जिसका मामला हरला थाने में चल रहा है. लेकिन बिना कागजात जांच किए और बिना कोर्ट में केस चलाए अफसरों से इस पर फैसला करा लिया.

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वहीं इस घर को खाली कराने आए दंडाधिकारी सुदीप एक्का ने बताया कि विजय कुमार के आवेदन पर चास अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा यह आदेश पारित किया गया है. इसी के आलोक में यह कार्रवाई की जा रही है. इस आदेश के खिलाफ कोई स्टे आदेश नहीं आया है जिस कारण यह कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस मामले पर जब चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत से बात की गई तो उन्होंने जानकारी दी कि कानूनी तरीके से यह आदेश दिया गया है.

बताते चलें कि बोकारो स्टील के क्षेत्र में किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई करने के लिए संपदा न्यायालय बना हुआ है. इस न्यायालय के आदेश पर ही कहीं भी अतिक्रमण को हटाया और आवासों से अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है. बावजूद इसके एसडीओ द्वारा एक फौजी के घर को खाली कराने के लिए आदेश दिया जाना, कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में है. इस पर फौजी लव कुमार भी सवाल उठा रहे हैं.

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