बोकारो: करगली में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के बैनर तले पांच सूत्री मांगों को लेकर मजदूरों और मजदूर नेताओं ने बीएंडके के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान मजदूर समस्याओं को लेकर नेताओं और मजदूरों ने नारेबाजी की. साथ ही प्रदर्शन के बाद सीसीएल प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा गया. इस दौरान यूनियन के नेताओं ने कहा कि मजदूरों की समस्याओं को लेकर सीसीएल प्रबंधन गंभीरता से विचार करते हुए इसका निराकरण करें, वरना बाध्य होकर औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत क्षेत्र का उत्पादन और कोल डिस्पैच का काम ठप कर दिया जाएगा. इसकी सारी जवाबदेही प्रबंधन की होगी.
मजदूरों की पांच सूत्री मांगेंः मोर्चा द्वारा पांच सूत्री मांगों में मुख्यतः फरवरी 2021 के बाद सेवानिवृत ऐसे कर्मी जो कंपनी के क्वार्टर में रहना चाहते हैं उनसे क्वार्टर फिलहाल खाली नहीं कराया जाए, ग्रेच्युटी एक्ट 1972 के तहत ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए, केंद्रीय अस्पताल ढोरी से मरीज को रेफर करने की प्रक्रिया को सरल किया जाए, क्षेत्रीय डिस्पेंसरी की सुविधा पूर्व की तरह सुनिश्चित की जाए, कर्मचारियों के ट्रांसफर और प्रमोशन की पॉलिसी में एकरूपता लाई जाए, ग्रेच्युटी, पीएफ और पेंशन की जानकारी सार्वजनिक की जाए, क्षेत्रीय स्तर पर एसीसी, वेलफेयर, सेफ्टी एंड हाउसिंग कमेटी की नियमित बैठक की सुनिश्चित की जाए आदि की मांगें शामिल हैं.
सीसीएल के अन्य बड़े अधिकारियों को भी सौंपी गई ज्ञापन की प्रतिलिपिः इन सभी मांगों की प्रतिलिपि सीसीएल के सभी बड़े अधिकारियों को सौंपी गई है. इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन, जनता मजदूर संघर्ष, सीटू, एटक और राष्ट्रीय कोलरी मजदूर यूनियन के सदस्य शामिल थे.