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बोकारो के मनमोहन को-ऑपरेटिव में अनोखा चापानल, जहां निकलता है अपने आप पानी

बोकारो के चास प्रखंड के सातनपुर पंचायत में अनोखा चापाकल(Unique chapanal) है, जहां चापाकल में हैंडल चलाने की जरूरत नहीं होता है. पानी अपने-आप निकलता है. स्थानीय लोग इसे चमत्कार मानते हैं.

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Published : Nov 18, 2021, 10:59 AM IST

Updated : Nov 18, 2021, 1:54 PM IST

Unique chapanal
बोकारो के मनमोहन को-ऑपरेटिव में अनोखा चापानल

बोकारोः जिले के चास प्रखंड के सातनपुर पंचायत स्थित मनमोहन कोऑपरेटिव, जहां अनोखा चापाकल(Unique chapanal) है. इस चापाकल में हैंडल चलाने की जरूरत नहीं है. स्थिति यह है कि चापाकल से अपने आप 24 घंटे और सातों दिन पानी निकलते रहता है. ग्रामीण इसे चमत्कार मानते हैं.

यह भी पढ़ेंःधरती पर मौजूद 100 लीटर पानी में डेढ़ चम्मच ही पीने लायक, झारखंड की स्थिति चिंताजनक

ग्रामीण कार्तिक सिंह कहते हैं कि 12 महीने में 10 महीने ऐसे ही चापाकल से पानी गिरते रहता है. उन्होंने कहा कि अपने घर में चापाकल लगाना शुरू किया. 180 फीट बोरिंग करने के बाद काफी तेज पानी बाहर फेंका. उन्होंने कहा कि घर में लगाये बोरिंग में पानी का फ्लो अधिक है, जिससे चापानल में हैंडल भी नहीं लग सके है. घर के बोरिंग से भी लगातार पानी गिरते रहता है.

देखें वीडियो

चापाकल के पानी काफी शुद्ध

ग्रामीण मुरलीघर चौबे कहते हैं कि यह चमत्कार है. प्राकृतिक चमत्कार की वजह से ही चापाकल से अपने-आप पानी गिरता है. चापाकल के पानी भी काफी शुद्ध है. बिजली आपूर्ति बाधित रहती है, तो आसपास के लोग इसी चापाकल के पानी पीने के साथ साथ घर के काम में उपयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि पास के दूसरे गांव में 1500 फीट बोरिंग के लिए खुदाई किया गया, लेकिन पानी नहीं मिला. मनमोहन कोऑपरेटिव में 180 फीट पर अपने-आप पानी निकलता है. ग्रामीणों की मानें तो सावन माह से चापाकल में पानी का फ्लो काफी बढ़ जाता है, जिससे अगले 8 से 10 महीने तक चापाकल में हैंडल चलाने की जरूरत नहीं पड़ता है.

बोकारोः जिले के चास प्रखंड के सातनपुर पंचायत स्थित मनमोहन कोऑपरेटिव, जहां अनोखा चापाकल(Unique chapanal) है. इस चापाकल में हैंडल चलाने की जरूरत नहीं है. स्थिति यह है कि चापाकल से अपने आप 24 घंटे और सातों दिन पानी निकलते रहता है. ग्रामीण इसे चमत्कार मानते हैं.

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ग्रामीण कार्तिक सिंह कहते हैं कि 12 महीने में 10 महीने ऐसे ही चापाकल से पानी गिरते रहता है. उन्होंने कहा कि अपने घर में चापाकल लगाना शुरू किया. 180 फीट बोरिंग करने के बाद काफी तेज पानी बाहर फेंका. उन्होंने कहा कि घर में लगाये बोरिंग में पानी का फ्लो अधिक है, जिससे चापानल में हैंडल भी नहीं लग सके है. घर के बोरिंग से भी लगातार पानी गिरते रहता है.

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चापाकल के पानी काफी शुद्ध

ग्रामीण मुरलीघर चौबे कहते हैं कि यह चमत्कार है. प्राकृतिक चमत्कार की वजह से ही चापाकल से अपने-आप पानी गिरता है. चापाकल के पानी भी काफी शुद्ध है. बिजली आपूर्ति बाधित रहती है, तो आसपास के लोग इसी चापाकल के पानी पीने के साथ साथ घर के काम में उपयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि पास के दूसरे गांव में 1500 फीट बोरिंग के लिए खुदाई किया गया, लेकिन पानी नहीं मिला. मनमोहन कोऑपरेटिव में 180 फीट पर अपने-आप पानी निकलता है. ग्रामीणों की मानें तो सावन माह से चापाकल में पानी का फ्लो काफी बढ़ जाता है, जिससे अगले 8 से 10 महीने तक चापाकल में हैंडल चलाने की जरूरत नहीं पड़ता है.

Last Updated : Nov 18, 2021, 1:54 PM IST
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