बोकारो: रांची में 19 मार्च को आर्मी की सीधी बहाली होनी है. इसको लेकर युवाओं को 48 घंटे पहले का कोविड-19 रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके बाद से सदर अस्पताल में बहाली में भाग लेने वाले युवाओं की मंगलवार को भारी भीड़ उमड़ पड़ी है.
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युवाओं के भविष्य को लेकर चिंता
युवा इस बात से चिंतित है कि आखिर उन्हें रिपोर्ट समय से मिल पाएगी भी या नहीं, क्योंकि सदर अस्पताल में कोविड-19 टेस्ट ट्रूनेट से किया जा रहा है. एक किट से 50 से अधिक लोगों का कोविड जांच नहीं की जा सकती है. ऐसे में युवा परेशान तो है हीं, साथ ही बोकारो के सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक भी इन युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित दिख रहे हैं.
सरकार और प्रशासन को ध्यान देने की जरुरत
युवाओं का कहना है कि कोविड-19 रिपोर्ट आने के बाद ही वे बहाली में भाग ले सकते हैं. ऐसे में कोविड जांच रिपोर्ट समय से मिल भी पाएगी, इसकी उम्मीद कम ही नजर आ रही है. युवाओं ने जिला प्रशासन और सरकार से इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाने की मांग की है. इधर, सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक ने बताया कि सदर अस्पताल में ट्रूनेट से जांच की जा रही है, जिस कारण इतने अधिक युवाओं की जांच रिपोर्ट देना संभव नहीं हो पा रहा है.
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रैपिड एंटीजन किट की कमी
डॉ पाठक ने बताया वर्तमान में रैपिड एंटीजन किट भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में काफी परेशानी तो हो रही है, लेकिन युवाओं को समझाया भी जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर इस पर कोई निर्णय लिया जाना चाहिए था, ताकि युवाओं का भविष्य भी ठीक रहता और स्वास्थ्य महकमे में भी रिपोर्ट जल्द से जल्द दी जाती.