बोकारो: कसमार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय के छात्र स्कूल तक जाने के लिए सड़क निर्माण की मांग लगातार करते रहे हैं. जब उनकी मांगें किसी ने नहीं सुनी तो उन्होंने मंगलवार को जल सत्याग्रह किया. जिसके बाद डीसी कुलदीप चौधरी के निर्देश पर बुधवार को कसमार के प्रखंड विकास पदाधिकारी स्कूल पहुंचे और छात्र-छात्राओं की समस्या से अवगत हुए. इसके बाद उन्होंने रास्ते के लिए मापी भी करवाई.
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पिछले कई वर्षों से प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के आश्वासन के बावजूद विद्यालय के लिए संपर्क पथ नहीं बना है. जिसके बाद इससे हो रही कठिनाइयों को देखते हुए विद्यालय के बाल संसद और यूको क्लब के बच्चों को मजबूरन जल सत्याग्रह किया. अब स्कूल के बच्चों ने चंदा मांगकर संपर्क पथ बनाने का निर्णय लिया है. बच्चों ने चंदा लेने के लिए एक बैंक अकाउंट जारी कर लोगों से मदद करने की अपील की है.
इस विद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिल चुके हैं, लेकिन विद्यालय जाने के लिए कोई संपर्क पथ नहीं है. बच्चों और शिक्षकों को खेत की मेढ़ से आवागमन करना पड़ता है. कई बार बच्चे मेड़ से गिरकर जख्मी हो चुके हैं. कुछ दिन पहले विद्यालय जाने के क्रम में कीचड़ में फिसलने से अष्टम वर्ग की छात्रा सोनी कुमारी का हाथ टूट गया था.
रघुनाथपुर उत्क्रमित हाई स्कूल के पीछे सरकारी तालाब स्थित है. उसकी मेढ़ सरकारी गैर मजरूआ जमीन है. इसी जमीन में रास्ता बनाने का निर्णय बाल संसद ने लिया है. स्टूडेंट्स ने सभी सक्षम लोगों से रास्ता बनाने के लिए चंदास्वरूप सहयोग राशि भेजने का आग्रह किया है. इसमें बच्चे सांसद, विधायक, डीसी, डीडीसी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ से लेकर अन्य लोगों से सहयोग देने की अपील की है. बच्चों ने कहा कि तालाब और खेतों के मध्य कीचड़ वाले रास्ते से विद्यालय आने में उन्हें काफी परेशानी होती है. कीचड़ में गिरने से कपड़े गंदे हो जाते हैं. गरीब विद्यार्थी मुश्किल से कपड़े खरीदकर पहन पाते हैं. विभाग या सरकार को सड़क बनाने के कितने बार आवेदन दिए है, पर केवल आश्वासन ही मिला है.