बोकारोः सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण ही पोकलेन ऑपरेटर जिंदा जल (Poclain operator burn alive) गया. कोल इंडिया की आनुशंगिक ईकाई सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड ढोरी एरिया के SDOCM परियोजना के कल्याणी में आउटसोर्सिंग कंपनी के पोकलेन में आग लग गयी. फायर जोन में कार्य के दौरान पोकलेन में आग लगने से ऑपरेटर महेंद्र यादव के जिंदा जलने से मौत हो गयी.
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ढोरी एरिया में काम करे दौरान पोकलेन में आग लग गयी. आग इतनी भयवाह थी कि महेंद्र को बचाने के लिए रेस्क्यू भी नहीं किया जा सका. इस भयंकर आग के कारण पोकलेन में ही जिंदा जलकर महेंद्र की मौत हो गयी. घटना के बाद टैंकर से मशीन में लगी आग को बुझाया गया और ऑपरेटर के शव को निकाला गया. वहीं मौके पर सीसीएल अधिकारी और काफी संख्या में मजदूर मौजूद रहे.
इस मौके पर मौजूद मजदूर नेता नारायण महतो ने कहा कि सुरक्षा की अनदेखी कर काम किया जा रहा था, जिसके कारण घटना हुई है. जमीन में पहले से आग लगी हुई थी, पहले हाईवाल के तरफ से ओवरबर्डन को हटाना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं कर नीचे से ही ओवर वर्डन हटाया जाने लगा, जिसके कारण जमीन में लगी आग में मशीन धंस गयी और ऑपरेटर की मशीन में ही जिंदा जलकर मौत हो गई.
वहीं यूनियन लीडर विकास सिंह ने सीसीएल प्रबंधन एवं आउटसोर्सिंग कंपनी बीएलए दोनों को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने माइंस के सुरक्षाकर्मी माइनिंग से दूसरा काम कराने का आरोप लगाया, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही है. इस आग की घटना को उन्होंने काफी दुखद बताया है.