बोकारोः भारत सरकार की महत्वाकांक्षी नगर वन योजना के तहत शहर के आसपास में वन विभाग की जमीन को ग्रीनरी में परिवर्तित करने का प्रावधान है. इसके लिए वन विभाग वैसी जमीनों को चिन्हित कर रही है, जो हाईवे के किनारे स्थित है. ऐसे जमीनों को चिन्हित करके अब फॉरेस्ट विभाग के द्वारा उसे नगर वन यानी उसे एक पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा. इस पार्क में रेस्त्रां से लेकर बोटिंग, जॉगिंग समेत कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
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चास के कांड्रा में विकसित हो रहा नगर वनः बोकारो में भी ऐसी ही जमीन को फॉरेस्ट विभाग के द्वारा चास के कांड्रा में चिन्हित किया गया है, जो नेशनल हाईवे के किनारे हैं. करीब 70 एकड़ में फैली वन विभाग की इस जमीन को नगर वन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है. जहां विभिन्न तरह के औषधीय पौधों के साथ-साथ कई तरह के बोटैनिकल प्लांट लगाया गया है, जो पार्क में घूमने के साथ-साथ छात्रों के लिए शोध का भी जगह होगा.
क्या है योजना का उद्देश्यः वर्तमान समय में औद्योगिक विकास हो रहा है, साथ ही निर्माण कार्य में तेजी आई है. जिसके चलते क्लाइमेट चेंज हो रहा है और जंगल भी घटते जा रहे हैं. ऐसे में नगर वन योजना के तहत शहर वासियों को अच्छा वातावरण मिल सके, इसके लिए पार्क का निर्माण कराया जा रहा है.
बोकारो में राज्य का पहला नगर वनः बोकारो डीएफओ रजनीश कुमार की मानें तो बोकारो के कांड्रा में विकसित किया गया नगर वन झारखंड का पहला नगर वन होगा. जहां कई सारी सुविधाओं के साथ कई प्रजातियों के पेड़ के अलावा आने वाले समय में जॉगिंग और बोटिंग की व्यवस्था रहेगी.