बोकारो: जिले के सदर अस्पताल में असहनीय दर्द झेलने वाले गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों के इलाज के साथ-साथ उन्हें राहत प्रदान करने के लिए पैलिएटिव केयर वार्ड की शुरुआत हुई है. सिविल सर्जन अभय भूषण ने शुक्रवार को इसे शुरू किया है.
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बताते चलें कि गंभीर रोग के मरीजों के इलाज के साथ-साथ उन्हें आवश्यक राहत प्रदान करने के लिए राज्य के जिला अस्पतालों में विशेष देखभाल की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए सदर अस्पतालों में 10-10 बेड के पैलिएटिव केयर वार्ड की स्थापना की जा रही है. राज्य सरकार ने पहले चरण में 12 जिलों के सदर अस्पतालों का चयन किया है. इनमें बोकारो, देवघर, धनबाद, गुमला, लातेहार, रांची, दुमका, जामताड़ा, कोडरमा, पलामू, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिला शामिल है.
पैलिएटिव केयर में 24 घंटे मिलेगी नर्सिंग सुविधा: बोकारो के सिविल सर्जन ने बताया कि पैलिएटिव केयर कैंसर, एड्स, हृदय, गुर्दा फेल या कोमा के मरीजों को दर्द से राहत प्रदान करने के लिए प्रदान किया जाता है. दरअसल, इसमें रोगियों को उनकी देखरेख के साथ-साथ कुछ दवाएं भी दी जाती हैं, जिससे उन्हें आराम मिलता है. संक्रमण से बचाने के लिए कुछ एंटीबायोटिक दवाएं भी नियमित रूप से दी जाती है, जिससे उसकी परेशानी समय के साथ ना बढ़े. असहनीय पीड़ा से गुजर रहे रोगी की देखभाल के लिए नर्सिंग स्टाफ 24 घंटे उसकी सेवा में रहती है. मनोचिकित्सक, योग विशेषज्ञ, डायटीशियन आदि की टीम भी रोगी के जीवन को सरल और पीड़ा को कम करने का काम करती है.
पैलिएटिव केयर कैंसर के मरीजों के लिए काफी मददगार: एनसीडी की नोडल पदाधिकारी डॉ सेलिना टुडू ने बताया कि कैंसर के अंतिम स्टेज में मरीजों को काफी कष्ट होता है और चिकित्सा के बाद अस्पतालों से उन्हें घर भेज दिया जाता है. लाचार मरीज के परिजन उसके अंतिम सांस गिनने का इंतजार करते हैं. ऐसे में पैलिएटिव केयर उनके लिए काफी मददगार है ताकि उन्हें समय से दवाइयां मिल सके और उनकी देखभाल की जा सके. सदर अस्पताल इसके लिए तैयार है, यहां लोगों को सुविधा दी जाएगी, इसके लिए 24 घंटे नर्सिंग स्टाफ समेत अन्य टीमें काम करेगी.