बोकारो: जिले के चास प्रखंड में राम रूद्र प्लस टू उच्च विद्यालय में बच्चों की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने के लिए विद्यालय में एक लाइब्रेरी बनाई गई है, जिसमें बच्चों को अपनी मनपसंद पुस्तकों को पढ़ने का मौका मिले सके, लेकिन फिलहाल यह अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है.
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स्कूल की इस लाइब्रेरी को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षकों की सोच बच्चों के प्रति बहुत बेहतर है, लेकिन व्यवस्था बिल्कुल ही दुरुस्त नजर नहीं आती है. छोटे से कमरे में बनाई गई यह लाइब्रेरी पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हालात में है. लाइब्रेरी में बिजली की भी व्यवस्था नहीं है. बच्चों को कम रोशनी में ही किताबों को पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. लाइब्रेरी में रखे अलमीरा सहित अन्य समान टूटा-फूटा पड़ा हैं. यहां किताबों की भी संख्या इतनी अधिक नहीं है जिससे कि बच्चे अधिक से अधिक ज्ञान को अर्जित कर सकें.
जल्द ही उपलब्ध होंगी किताबें
इस मामले में विद्यालय की शिक्षिका निरूपमा कुमारी ने बताया कि विद्यालय की ओर से बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए कोशिश की गई है. वर्तमान में सभी व्यवस्थाएं तो नहीं है, लेकिन कोशिश है कि बच्चे अपने मन मुताबिक किताबों को पढ़कर अपने ज्ञान को बढ़ाने का काम कर सकें. उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी में किताबें भी उतनी नहीं है लेकिन किताबों के लिए कोडिंग की जा रही है, ताकि जल्द से जल्द बच्चों को किताब उपलब्ध कराया जा सके.
शिक्षा विभाग को ध्यान देने की जरुरत
उन्होंने बताया कि विद्यालय के लिए लाइब्रेरी का महत्व बहुत अधिक है. इसमें बच्चे आकर अपने इच्छा के अनुरूप किताबों का चयन कर इसका अवलोकन कर सकते है. इस विद्यालय में कक्षा 9 से 12वीं तक की पढ़ाई होती है और यहां 700 छात्र-छात्राएं हैं. इस विद्यालय की लाइब्रेरी की व्यवस्था को लेकर शिक्षा विभाग को भी ध्यान देने की जरूरत है.