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Navratri 2023: माता की महिमा, बीमारी के बावजूद हर साल पूजा करने बोकारो पहुंचते हैं ये शख्स, कहानी जानकर हैरान हो जाएंगे

मां दुर्गा के आशीर्वाद से शक्ति मिलती है. इसका उदाहरण बोकारो के राजेश्वर सिंह हैं. पिछले तीन वर्षों से किडनी की बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद राजेश्वर सिंह दुर्गा पूजा के दौरान पूजा करने जाते हैं, यहां तक कि उन्हें एक दिन का समय निकालकर डायलिसिस भी कराना पड़ता है. लोग भी उनके जज्बे को सलाम करते हैं. जब उनसे इस मुद्दे पर चर्चा की गई तो उनकी आंखें भर आईं. Rajshewar Singh of Bokaro worship Goddess Durga Despite dialysis

Rajshewar Singh of Bokaro
Rajshewar Singh of Bokaro
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 21, 2023, 5:42 PM IST

बीमारी के बावजूद हर साल पूजा करने बोकारो पहुंचते हैं ये शख्स

बोकारो: चारों तरफ दुर्गा पूजा की धूम है. बोकारो स्टील और उपनगर चास के विभिन्न इलाकों में दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. भक्त माता की आराधना में जुटे हुए हैं. माता दुर्गा के एक से बढ़कर एक भक्त हैं. जो माता की भक्ति में लीन रहते हैं. ऐसे ही बोकारो के रहने वाले एक भक्त हैं, जिनकी कहानी जान आप हैरान रह जाएंगे. हम बात कर रहे हैं सेक्टर 2 सी दुर्गा पूजा पंडाल के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह की.

यह भी पढ़ें: नवरात्रि में गुड़िया पूजा! जानिए तेलुगु समाज की पुरानी परंपरा का कैसे किया जाता है निर्वहन

पिछले 40 वर्षों से बोकारो सेल में कार्यरत सेवानिवृत्त राजेश्वर सिंह सेक्टर 2 सी में पूजा करते आ रहे हैं. राजेश्वर सिंह जनवरी 2021 से किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं. उनका एक दिन छोड़कर डायलिसिस भी होता है. लेकिन बीमारी के बावजूद उनका मनोबल और जज्बा इतना मजबूत है कि वह बीमार होने के बाद भी बाहर से हर साल दुर्गा पूजा के लिए बोकारो आते हैं.

राजेश्वर सिंह का कहना है कि मां दुर्गा की वजह से ही वह इस गंभीर बीमारी के बावजूद भी जिंदा हैं, लोग उनके साहस को सलाम भी कर रहे हैं. जब राजेश्वर सिंह से उन्हें मिली शक्ति के बारे में सवाल किया गया तो उनकी आंखें भर आईं और वो रोने लगे. उनका कहना है कि वह अपनी मां की शक्ति के कारण ही आज तक जीवित हैं क्योंकि एक दिन छोड़कर जब उनका डायलिसिस होता है तो उन्हें बहुत तकलीफ होती है. लेकिन घंटों डायलिसिस के बाद भी वह पंडाल तक पहुंचते हैं.

समिति से मिलता है काफी सहयोग: राजेश्वर सिंह का कहना है कि समिति से मुझे काफी सहयोग मिलता है. उनका कहना है कि मैं दिल से प्रार्थना करता हूं कि मां मुझे स्वस्थ रखें और इसी तरह मैं हर साल उनकी सेवा में आकर पूजा करता रहूं. उनकी तीन बेटियां और दो बेटे हैं, एक बेटी उत्तर प्रदेश में एसडीएम है. वहीं बाकी भी सभी अधिकारी हैं. पूजा में सहयोग करने वालों का कहना है कि जब से वह पूजा करने सेक्टर 2 पहुंचे हैं, तब से बीमारी के बावजूद पूजा के लिए बोकारो आने से उनके बच्चे उनसे नाराज हैं. वे उनसे बात तक नहीं करते. पूजा समिति के लोगों का कहना है कि किसी भी बीमारी की स्थिति में लोग घर से बाहर निकलना पसंद नहीं करते हैं. लेकिन इतनी गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी वह पूजा-पाठ की ओर आकर्षित होते हैं, यह उनके मन की शक्ति का ही परिणाम है.

बीमारी के बावजूद हर साल पूजा करने बोकारो पहुंचते हैं ये शख्स

बोकारो: चारों तरफ दुर्गा पूजा की धूम है. बोकारो स्टील और उपनगर चास के विभिन्न इलाकों में दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. भक्त माता की आराधना में जुटे हुए हैं. माता दुर्गा के एक से बढ़कर एक भक्त हैं. जो माता की भक्ति में लीन रहते हैं. ऐसे ही बोकारो के रहने वाले एक भक्त हैं, जिनकी कहानी जान आप हैरान रह जाएंगे. हम बात कर रहे हैं सेक्टर 2 सी दुर्गा पूजा पंडाल के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह की.

यह भी पढ़ें: नवरात्रि में गुड़िया पूजा! जानिए तेलुगु समाज की पुरानी परंपरा का कैसे किया जाता है निर्वहन

पिछले 40 वर्षों से बोकारो सेल में कार्यरत सेवानिवृत्त राजेश्वर सिंह सेक्टर 2 सी में पूजा करते आ रहे हैं. राजेश्वर सिंह जनवरी 2021 से किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं. उनका एक दिन छोड़कर डायलिसिस भी होता है. लेकिन बीमारी के बावजूद उनका मनोबल और जज्बा इतना मजबूत है कि वह बीमार होने के बाद भी बाहर से हर साल दुर्गा पूजा के लिए बोकारो आते हैं.

राजेश्वर सिंह का कहना है कि मां दुर्गा की वजह से ही वह इस गंभीर बीमारी के बावजूद भी जिंदा हैं, लोग उनके साहस को सलाम भी कर रहे हैं. जब राजेश्वर सिंह से उन्हें मिली शक्ति के बारे में सवाल किया गया तो उनकी आंखें भर आईं और वो रोने लगे. उनका कहना है कि वह अपनी मां की शक्ति के कारण ही आज तक जीवित हैं क्योंकि एक दिन छोड़कर जब उनका डायलिसिस होता है तो उन्हें बहुत तकलीफ होती है. लेकिन घंटों डायलिसिस के बाद भी वह पंडाल तक पहुंचते हैं.

समिति से मिलता है काफी सहयोग: राजेश्वर सिंह का कहना है कि समिति से मुझे काफी सहयोग मिलता है. उनका कहना है कि मैं दिल से प्रार्थना करता हूं कि मां मुझे स्वस्थ रखें और इसी तरह मैं हर साल उनकी सेवा में आकर पूजा करता रहूं. उनकी तीन बेटियां और दो बेटे हैं, एक बेटी उत्तर प्रदेश में एसडीएम है. वहीं बाकी भी सभी अधिकारी हैं. पूजा में सहयोग करने वालों का कहना है कि जब से वह पूजा करने सेक्टर 2 पहुंचे हैं, तब से बीमारी के बावजूद पूजा के लिए बोकारो आने से उनके बच्चे उनसे नाराज हैं. वे उनसे बात तक नहीं करते. पूजा समिति के लोगों का कहना है कि किसी भी बीमारी की स्थिति में लोग घर से बाहर निकलना पसंद नहीं करते हैं. लेकिन इतनी गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी वह पूजा-पाठ की ओर आकर्षित होते हैं, यह उनके मन की शक्ति का ही परिणाम है.

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