बोकारो: झारखंड का एक और मजदूर पलायन की भेंट चढ़ गया. चंद्रपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत तरंगा के मजदूर धर्मदेव तुरी की मुंबई के वाशी में इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत गुरुवार (5 अक्टूबर) को हुई थी. मुंबई से ट्रेन के माध्यम से शव रविवार (8 अक्टूबर) को उसके पैतृक आवास पहुंचा. मौके पर उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी ने पहुंचकर परिवार का ढांढस बंधाया और हर संभव मदद करने की बात कही.
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मुबंई के होटल में करता था काम: 35 वर्षीय धर्मदेव तुरी मुंबई के बेलापुर स्थित एक होटल में काम करता था. जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई. उसे आनन फानन में मुंबई के वाशी स्थित एनएमएमसी जेनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां उसी रात 9 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. शव को मुंबई से ट्रेन के माध्यम से तरंगा पंचायत स्थित उसके घर लाया गया.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: परिजनों को मौत की सूचना पहले ही दे दी गई थी. घर पर परिवार वाले शव का इंतजार कर रहे थे. लाश के पहुंचते ही पत्नी और बच्चे चीत्कार कर रोने लगे. घर में चीख-पुकार की आवाज शुरू हो गई. इस दौरान उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी, स्थानीय मुखिया प्रवीण पांडेय, पंसस प्रमोद महतो ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. मंत्री बेबी देवी ने कहा कि सरकार से मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जाएंगी. श्राद्धकर्म में भी मदद करने की बात कही.
धर्मदेव घर में इकलौता कमाने वाला था: धर्मदेव घर का इकलौता कमाने वाला था. उसके तीन बच्चे और पत्नी बेसहारा हो गए. पत्नी सोनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. पुत्र आकाश तुरी (14), बेटी पुनम कुमारी (12) और पुत्र विवेक कुमार (8) भी पापा-पापा करके रो रहे थे.