ETV Bharat / state

हादसे के शिकार प्रवासियों को नहीं मिला मुआवजा, दर-दर भटक रहे परिजन - migrant victims did not get compensation in bokaro

यूपी के औरैया में सड़क दुर्घटना में 12 मजदूर की मौत हुई थी. झारखंड सरकार ने सभी मजदूरों को 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक परिजनों को सरकार के तरफ से किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिला है. जिसे लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है.

परिजन
परिजन
author img

By

Published : Jul 16, 2020, 10:26 PM IST

बोकारो: यूपी के औरैया सड़क दुर्घटना में बोकारो जिले के गोपालपुर पंचायत के 12 प्रवासी मजदूर की मौत हुई थी. इस दुर्घटना के बाद तत्काल यूपी सरकार ने दुर्घटना में मारे गए प्रवासी मजदूरों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवजा दिया था. झारखंड सरकार ने भी 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि मृतकों के परिजनों को देने की घोषणा की थी. साथ ही सभी घायलों को भी 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने घोषणा की थी, लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी परिजनों को सरकार के तरफ से किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिला है. जिसे लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-रांची: सीसीएल की नौकरी छोड़ नक्सली बना अर्जुन गंझू, पूछताछ करेगी एनआईए

मामले के बारे में स्थानीय सपन गोस्वामी का कहना है कि सरकार की संवेदनहीनता का इसी से अंदाजा होता है कि परिजनों ने उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, बोकारो मुख्यमंत्री को पत्राचार किया गया. फिर भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई पर नहीं हो पाई है. जिसके बाद हार कर मृतक के परिजनों ने बीजेपी दल के नेता बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखकर अवगत कराया इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बाद भी अब तक सुनवाई नहीं हुई है.

बोकारो: यूपी के औरैया सड़क दुर्घटना में बोकारो जिले के गोपालपुर पंचायत के 12 प्रवासी मजदूर की मौत हुई थी. इस दुर्घटना के बाद तत्काल यूपी सरकार ने दुर्घटना में मारे गए प्रवासी मजदूरों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवजा दिया था. झारखंड सरकार ने भी 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि मृतकों के परिजनों को देने की घोषणा की थी. साथ ही सभी घायलों को भी 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने घोषणा की थी, लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी परिजनों को सरकार के तरफ से किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिला है. जिसे लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-रांची: सीसीएल की नौकरी छोड़ नक्सली बना अर्जुन गंझू, पूछताछ करेगी एनआईए

मामले के बारे में स्थानीय सपन गोस्वामी का कहना है कि सरकार की संवेदनहीनता का इसी से अंदाजा होता है कि परिजनों ने उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, बोकारो मुख्यमंत्री को पत्राचार किया गया. फिर भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई पर नहीं हो पाई है. जिसके बाद हार कर मृतक के परिजनों ने बीजेपी दल के नेता बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखकर अवगत कराया इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बाद भी अब तक सुनवाई नहीं हुई है.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.