बोकारो: जिला उपायुक्त कार्यालय के पीछे बने कोविड-19 जांच केंद्र में सुविधाओं का अभाव है. यहां जांच कराने आ रहे लोगों को केंद्र के बाहर पेड़ों के नीचे बैठकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. चिलचिलाती धूप में लोग बेहोश भी हो रहे हैं, जिससे लोगों में आक्रोश तो है लेकिन हालात के आगे सब मजबूर हैं.
इसे भी पढ़ें- रांची के 22 परीक्षा केंद्रों पर शुरू हुई NDA की परीक्षा, कोरोना गाइडलाइन का किया जा रहा पालन
जिला स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सदर अस्पताल में बने कोविड-19 जांच केंद्र को वहां से हटाते हुए उपायुक्त कार्यालय के पीछे नवनिर्मित इंसेंटिव बर्न यूनिट में जांच केंद्र बनाने का फैसला किया, पर लोगों को चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां आ रहे लोगों के लिए पानी की भी कोई सुविधा नहीं है. लोगों की मजबूरी ऐसी है कि लोग कुव्यवस्था में भी इलाज कराने को मजबूर हैं. केंद्र के बाहर लोग पेड़ों के नीचे बैठकर वक्त गुजारने को विवश हैं.
चिलचिलाती धूप में बेहोश हो रहे लोग
केंद्र में कोविड-19 टेस्ट कराने आई एक युवती को चक्कर आ गया, वो गिर पड़ी. वहां मौजूद लोगों ने उसको उठाकर किसी तरह गाड़ी में बिठाया और पानी पिलाया. स्थानीय समाजसेवी कुंज बिहारी पाठक ने बताया कि इस केंद्र में व्यवस्था को लेकर सिविल सर्जन बोकारो को पत्र लिखा गया था, अभी तक किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. नतीजतन लोग पेड़ों की छांव में बैठकर धूप से बचते नजर आ रहे हैं. यहां की व्यवस्था काफी खराब है. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है.