बोकारोः जिला में चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र के सरदाहा पंचायत के पैदाडीह गांव के लोग परेशानियों से लगातार दो-चार होकर अपनी जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है इस गांव पर किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में सड़क, बिजली, पानी, स्कूल व स्वास्थ्य का बुरा हाल है. पूरे पंचायत की आबादी छह हजार के करीब है लेकिन अब तक वो पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
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इस गांव में महिलाओं को पीने का पानी लाने के लिए कई किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है. गांव में मात्र एक चापानल है वह भी कभी-कभी पानी देता है. वहीं स्कूल के छात्रों का कहना है कि हम 15 किलोमीटर स्कूल साइकिल चलाकर जाते हैं. स्कूल जाने के लिए दो घंटे पहले हम घर से निकलते हैं. सड़क खराब होने के कारण बरसात के दिनों में काफी समस्या होती है. वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो यहां आसपास कोई उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. दिन हो या रात, लोगों को 15 किलोमीटर दूर स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है. रात में अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए तो काफी परेशानी होती है.
ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोशः पैदाडीह के ग्रामीणों ने कहा कि चंदनकियारी के विधायक हो या फिर सांसद हो वह कभी भी इधर नहीं आते हैं. सिर्फ चुनाव के समय आते हैं और वोट मांग कर चले जाते हैं. चुनाव में अपने किये वादों को पूरा करने के लिए वो दोबारा इस गांव में कभी नहीं आते हैं. गांव में मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर लोगों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ काफी आक्रोश है.