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JVM नेता ने उपायुक्त पर कसा तंज, कहा- जनता के सिर पर छत नहीं और गौशाला पर 29 लाख का खर्च - झारखंड विकास मोर्चा

जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने उपायुक्त आवास में 29 लाख रुपए खर्च करके गाय के रहने के लिए शेड बनाए जाने का विरोध किया है. उनका कहना है कि जिले में कई लोगों को रहने के लिए घर नहीं दिए जा रहे हैं.

जेविम नेता प्रकाश सिंह ने बोकारो उपायुक्त पर कसे तंज
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Published : Aug 24, 2019, 11:21 AM IST

Updated : Aug 24, 2019, 12:04 PM IST

बोकारोः जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने उपायुक्त आवास में बन रहे गौशाला पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि एक ओर जहां लोगों के रहने के लिए छत नहीं है, पीने के लिए साफ पानी नहीं है, हजारों हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं. तो दूसरी ओर उपायुक्त आवास में 29 लाख रुपए खर्च कर गाय के रहने के लिए शेड बनवा रहे हैं.

देखें पूरी खबर


जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने लगाया आरोप
दरअसल, झारखंड विकास मोर्चा के नेता प्रकाश सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एक ओर सरकार और प्रशासन जनता के पैसे को अपने ऐशोआराम पर खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर बोकारो की जनता पानी के एक बूंद को तरस रही है. सेक्टर के लोगों का आवास जर्जर अवस्था में है. विस्थापितों और झुग्गी झोपड़ियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रखा गया है. पंचायत और चास के गरीबों का नाम बरसों से प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में लगा हुआ है.

ये भी पढ़ें- सोनिया गांधी से मिले झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा चुनाव पर हुई चर्चा


गौशाला बनाने में 29 लाख खर्च
जेवीएम नेता का कहना है कि बोकारो में 1 वर्ष में 4 नए उपायुक्त आते हैं और उनके नाम पर लाखों की राशि मिनटों में निर्गत कर बंदरबांट कर दी जाती है. एक ओर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री जहां मध्यमवर्गीय परिवार को गैस की सब्सिडी बंद करने का आग्रह करते हैं. तो वहीं, दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी के विधायक खुद कानूनों को तोड़कर जनता के पैसे लूटते रहते हैं. अधिकारियों के द्वारा मोटे कमीशन के लिए लुटवाते भी हैं. सरकार आर्थिक संकट के कारण पारा शिक्षक सहित कई अधिकारियों को वेतन देने में विफल रही है. डीसी आवास में 9 लाख रूपए खर्च करके पेंट कराए जा रहे हैं. 29 लाख रूपए खर्च करके गौशाला बनाया जा रहा है.


सरकार की स्थिरता पर उठाए सवाल
प्रकाश सिंह ने प्रशासनिक आस्थिरता की भी बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिरता की बात करती हैं लेकिन, जिले में आस्थिर प्रशासन है. उस पर कौन ध्यान देगा, बोकारो में पिछले 8 महीने के अंदर 3 डीसी का ट्रांसफर किया गया है. क्या ऐसे होगा बोकारो के विकास.

बोकारोः जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने उपायुक्त आवास में बन रहे गौशाला पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि एक ओर जहां लोगों के रहने के लिए छत नहीं है, पीने के लिए साफ पानी नहीं है, हजारों हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं. तो दूसरी ओर उपायुक्त आवास में 29 लाख रुपए खर्च कर गाय के रहने के लिए शेड बनवा रहे हैं.

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जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने लगाया आरोप
दरअसल, झारखंड विकास मोर्चा के नेता प्रकाश सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एक ओर सरकार और प्रशासन जनता के पैसे को अपने ऐशोआराम पर खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर बोकारो की जनता पानी के एक बूंद को तरस रही है. सेक्टर के लोगों का आवास जर्जर अवस्था में है. विस्थापितों और झुग्गी झोपड़ियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रखा गया है. पंचायत और चास के गरीबों का नाम बरसों से प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में लगा हुआ है.

ये भी पढ़ें- सोनिया गांधी से मिले झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा चुनाव पर हुई चर्चा


गौशाला बनाने में 29 लाख खर्च
जेवीएम नेता का कहना है कि बोकारो में 1 वर्ष में 4 नए उपायुक्त आते हैं और उनके नाम पर लाखों की राशि मिनटों में निर्गत कर बंदरबांट कर दी जाती है. एक ओर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री जहां मध्यमवर्गीय परिवार को गैस की सब्सिडी बंद करने का आग्रह करते हैं. तो वहीं, दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी के विधायक खुद कानूनों को तोड़कर जनता के पैसे लूटते रहते हैं. अधिकारियों के द्वारा मोटे कमीशन के लिए लुटवाते भी हैं. सरकार आर्थिक संकट के कारण पारा शिक्षक सहित कई अधिकारियों को वेतन देने में विफल रही है. डीसी आवास में 9 लाख रूपए खर्च करके पेंट कराए जा रहे हैं. 29 लाख रूपए खर्च करके गौशाला बनाया जा रहा है.


सरकार की स्थिरता पर उठाए सवाल
प्रकाश सिंह ने प्रशासनिक आस्थिरता की भी बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिरता की बात करती हैं लेकिन, जिले में आस्थिर प्रशासन है. उस पर कौन ध्यान देगा, बोकारो में पिछले 8 महीने के अंदर 3 डीसी का ट्रांसफर किया गया है. क्या ऐसे होगा बोकारो के विकास.

Intro:एक कहावत है घोड़े को नहीं मिले घास गधा खाए च्यवनप्राश। जी हां कुछ ऐसी ही स्थिति है बोकारो जिले की। यहां लोगों के रहने के लिए छत नहीं हैं। पीने के लिए साफ पानी मयस्सर नहीं है। हजारों हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। लेकिन उपायुक्त आवास में 29 लाख रुपए खर्च करके गाय के रहने के लिए शेड बनाया जा रहा है। यह आरोप लगाया है झारखंड विकास मोर्चा के नेता प्रकाश सिंह ने।


Body:जेवीएम नेता ने कहा कि एक ओर सरकार और प्रशासन के द्वारा जनता के पैसे को अपने ऐशोआराम पर खर्च कर रही है। वहीं दूसरी ओर बोकारो की जनता पानी के बूंद बूंद को तरस रही है। उनके चापाकल को भी कराने वाला कोई नहीं है। सेक्टर के लोगों का आवास जर्जर अवस्था में है। विस्थापितों और झुग्गी झोपड़ियों को प्रधानमंत्री आवास से वंचित रखा गया है। पंचायत और चास के गरीबों का नाम बरसों से प्रधानमंत्री आवास की प्रतीक्षा सूची में लगी हुई है। ठीक उसके विपरीत बोकारो में 1 वर्ष में चार नए उपायुक्त आते हैं। और उनके नाम पर लाखों की राशि मिनटों में निर्गत कर बंदरबांट कर दी जाती है। एक और गरीबों के आंसू पोछने के लिए प्रधानमंत्री जहां मध्यमवर्गीय परिवार को गैस का सब्सिडी बंद करने का आग्रह करते हैं वहीं दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी के विधायक खुद तो कानून को तोड़कर जनता के पैसे लूटते भी है अधिकारियों के द्वारा मोटे कमीशन के लिए लूटवातें भी हैं। सरकार आर्थिक संकट के कारण पारा शिक्षक सहित कई अधिकारियों को वेतन देने में विफल रही है। लेकिन डीसी आवास में ₹900000 खर्च करके पेंट कराए जा रहे हैं 29 लाख रुपए खर्च करके गायों के रहने के लिए घर बनाया जा रहा है।


Conclusion:इसके साथ ही उन्होंने प्रशासनिक आस्थिरता की भी बात कही उन्होंने कहा सरकार स्थिर सरकार की बात करती हैं। लेकिन जिले में आस्थिर प्रशासन है। उस पर कौन ध्यान देगा। बोकारो में पिछले 8 महीने के अंदर 3 डीसी का ट्रांसफर किया गया है। क्या ऐसे होगा बोकारो का विकास डॉ, प्रकाश सिंह, जेवीएम नेता
Last Updated : Aug 24, 2019, 12:04 PM IST
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