बोकारोः जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने उपायुक्त आवास में बन रहे गौशाला पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि एक ओर जहां लोगों के रहने के लिए छत नहीं है, पीने के लिए साफ पानी नहीं है, हजारों हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं. तो दूसरी ओर उपायुक्त आवास में 29 लाख रुपए खर्च कर गाय के रहने के लिए शेड बनवा रहे हैं.
जेवीएम नेता प्रकाश सिंह ने लगाया आरोप
दरअसल, झारखंड विकास मोर्चा के नेता प्रकाश सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एक ओर सरकार और प्रशासन जनता के पैसे को अपने ऐशोआराम पर खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर बोकारो की जनता पानी के एक बूंद को तरस रही है. सेक्टर के लोगों का आवास जर्जर अवस्था में है. विस्थापितों और झुग्गी झोपड़ियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रखा गया है. पंचायत और चास के गरीबों का नाम बरसों से प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में लगा हुआ है.
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गौशाला बनाने में 29 लाख खर्च
जेवीएम नेता का कहना है कि बोकारो में 1 वर्ष में 4 नए उपायुक्त आते हैं और उनके नाम पर लाखों की राशि मिनटों में निर्गत कर बंदरबांट कर दी जाती है. एक ओर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री जहां मध्यमवर्गीय परिवार को गैस की सब्सिडी बंद करने का आग्रह करते हैं. तो वहीं, दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी के विधायक खुद कानूनों को तोड़कर जनता के पैसे लूटते रहते हैं. अधिकारियों के द्वारा मोटे कमीशन के लिए लुटवाते भी हैं. सरकार आर्थिक संकट के कारण पारा शिक्षक सहित कई अधिकारियों को वेतन देने में विफल रही है. डीसी आवास में 9 लाख रूपए खर्च करके पेंट कराए जा रहे हैं. 29 लाख रूपए खर्च करके गौशाला बनाया जा रहा है.
सरकार की स्थिरता पर उठाए सवाल
प्रकाश सिंह ने प्रशासनिक आस्थिरता की भी बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिरता की बात करती हैं लेकिन, जिले में आस्थिर प्रशासन है. उस पर कौन ध्यान देगा, बोकारो में पिछले 8 महीने के अंदर 3 डीसी का ट्रांसफर किया गया है. क्या ऐसे होगा बोकारो के विकास.