बोकारोः सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल अगर तुरंत प्राथमिक उपचार मिल जाए तो जख्मी की जान बचाई जा सकती है. ऐसी स्थिति में अगर इसमें विलंब किया गया तो यही देरी मौत का सबसे बड़ा कारण बनता है. कुछ ऐसी ही संवेदनहीनता सामने आई बोकारो की सड़कों पर, जहां हादसे के बाद पिता-पुत्र खून से लथपथ अवस्था में काफी देर तक सड़क पर तड़पते रहे.
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पिता की जान पर भारी पड़े वो 20 मिनटः बोकारो में सड़क दुर्घटना हुई, खून से लथपथ पिता पुत्र सड़क पर पड़े हुए थे. लोगों की संवेदनहीनता इतनी कि किसी ने भी उनको तत्काल उठाकर प्राथमिक उपचार के लिए नहीं भेज पाये. आलम ऐसा रहा कि जब पुलिस की पीसीआर वैन भी लगभग 20 मिनट तक एंबुलेंस का इंतजार करती रही. इसके बाद मौके पर लोगों की इंसानियत जागी और घायल पुत्र को निजी वाहन में इलाज के लिए भेजा जाने लगा. इसी बीच पुलिस के खिलाफ भीड़ आक्रोशित हो गयी तब जाकर पुलिस ने पीसीआर वैन से जख्मी पिता को ढोरी केंद्रीय अस्पताल बेरमो पहुंचाया. इस बीच अत्यधिक खून बह जाने के कारण पिता की मौत हो गयी.
बोकारो जिला के पेटरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत तेनु बोकारो मुख्य नहर सड़क मार्ग के खेतको के पास सब्जी लदा ऑटो के धक्के से बाइक सवार दो लोग घायल हो गए. घटना की सूचना पेटरवार थाना को दी गई. इस बीच लगभग आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची और घायल को पुलिस वाहन में रखकर सीसीएल ढोरी के केंद्रीय अस्पताल पहुंचा. जहां चिकित्सकों द्वारा उनके उपचार के दौरान पिता की मौत हो गई. वहीं पुत्र को बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर कर दिया गया. घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार नावाडीह थाना क्षेत्र के आरगामो पंचायत के जुनोडिह निवासी रामदास विश्वकर्मा (60 वर्ष) और उनके पुत्र सुनील विश्वकर्मा (42 वर्ष) बाइक से तेनुघाट स्थित न्यायालय के कार्य से जा रहे थे. इसी दौरान यह दुर्घटना हुई.