बोकारो: ललपनिया में एचपी पेट्रोलपंप के संचालक रंजीत साव पर फायरिंग और जानलेवा हमला मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है (Fatal Attack Case On Petrol Pump Operator). पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना की वजह का खुलासा कर दिया है. पुलिस का कहना है पिटाई का बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल बाइक और एक पिस्टल, एक मैगजीन और 5 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
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एसपी चंदन झा ने बताया कि एसडीपीओ सतीश चंद्र झा के नेतृत्व में एक एसआईटी (SIT) का गठन किया गया. SIT ने कांड में संदिग्ध ललपनिया एफ टाइप निवासी रियाज अंसारी उर्फ राजू से पूछताछ की तो मामला खुल गया. राजू से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने अन्य संदिग्धों चंदन कुमार साव उर्फ पाहन, धीरज केवट एवं कृष्णा साव को भी हिरासत में लिया और पूछताछ की. इन्होंने बताया कि यह घटना मुख्य रूप से राजेश साव उर्फ ठिकरी और सूरज गोप उर्फ सूरज यादव में दुश्मनी के कारण घटी है.
क्या है घटनाः आरोपियों ने बताया कि रंजीत साव ने कुछ दिन पूर्व ठिकरी उर्फ राजेश साव और सूरज गोप को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने के बाद पैसा नहीं देने के कारण पीट दिया था. इसी घटना के प्रतिशोध के लिए राजेश साव और सूरज गोप ने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया. एसपी ने बताया कि आरोपियों ने बताया है कि घटना वाले दिन रंजीत साव की हत्या की कोशिश की गई थी. इस घटना में प्रयुक्त चाकू घटनास्थल से ही प्राथमिकी वाले दिन बरामद हो गया था और जिस पिस्टल से गोली मारी गई थी वह पिस्टल भी राजेश साव उर्फ ठिकरी के कब्जे से बरामद कर लिया गया है.
एसपी चंदन झा ने बताया कि 14 नवंबर की शाम लगभग 5.30 बजे रंजीत साव अपनी स्कूटी से अपने घर कोदवातांड से ललपनिया मार्केट होते हुए डीएवी जूनियर स्कूल के पास पहुंचे तो वहां पर मोटरसाइकिल से आए अपराधियों ने उन पर पिस्टल से फायर कर दिया तत्पश्चात भुजाली से मारकर जख्मी कर दिया गया था. इस घटना को लेकर रंजीत साव (जख्मी) की पत्नी संगीता देवी के लिखित आवेदन के आधार पर महुआटांड (ललपनिया ओपी) में काण्ड संख्या - 42 / 2022, दर्ज किया गया था.
कैसे हुई वारदातः एसपी ने चंदन झा ने बताया कि आरोपियों ने बताया है कि राजेश साव और सूरज गोप ने घटनास्थल पर रंजीत साव को गोली मारी थी और चाकू से हत्या करने के उद्देश्य से जख्मी किया था. इसके बाद राजेश साव उर्फ ठिकरी और सूरज गोप लुगु पहाड़ के जंगल में छिप गए थे.आरोपियों ने बताया था कि इस वारदात में रंजीत साव की रेकी करने में रियाज, चन्दन, धीरज एवं कृष्णा शामिल थे.
ये आरोपी घटना के दिन (राजेश उर्फ ठिकरी) और सूरज के साथ घटनस्थल पर रंजीत साव का इंतजार कर रहे थे. रंजीत साव के वहां पहुंचने पर घटना को अंजाम दिया गया. इधर पुलिस ने 21 नवंबर 2022 को प्रातः काल इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके द्वारा वारदात में साथियों की संलिप्तता स्वीकार की गई है.