दरअसल, बोकारो के सेक्टर -12 के जैप चार मैदान में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए बहाली प्रक्रिया शनिवार को शुरू हुई. बहाली में ऐसे भी युवा आए थे, जिनकी योग्यता पीजी, ग्रैजुएट, बीटेक और और इंजीनियरिंग डिप्लोमा थी. ये और युवा यहां नाई, धोबी, रसोईया, झाड़ूकश की नौकरी पाने के लिए पसीना बहा रहे थे, जबकि इनकी योग्यता इन नौकरियों में मांगी जा रही योग्यता से कहीं ज्यादा थी.
वहीं, जब इस बारे में युवाओं से पूछा गया कि वह इससे उच्च वर्ग के पद पर भी आवेदन कर नौकरी का प्रयास क्यों नहीं कर रहे हैं तो उनका जवाब था बेरोजगारी की मार ने उन्हें ऐसा करने पर मजबूर कर दिया है. उनके घरों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है, इसलिए वह इस बहाली में आए हैं. शनिवार को जैप, आईआरबी, एसआईएसएफ में चतुर्थ वर्ग के 261 पदों के लिए बहाली प्रक्रिया हुई. ये बहाली 27 फरवरी तक चलेगी. इसके बारे में बताते हुए जैप कमांडेंट नौशाद आलम ने कहा कि पहले दिन एक से दो हजार आवेदकों की झाड़ूकश पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई है.
नियुक्ति प्रक्रिया में कुल 1400 उम्मीदवारों ने भाग लिया और इसके लिए शारीरिक जांच और लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इस पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण जैप-4 कमांडेंट नौशाद आलम, जैप 9 साहिबगंज के कमांडेंट कुमार रवि शंकर, सीआरपीएफ कमांडेंट जमशेदपुर सुभाष चंद्र शर्मा, जैप-4के वरीय पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र कुमार चौधरी, और जिला कल्याण पदाधिकारी बोकारो पीबीएन सिंह की देखरेख में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सारी प्रक्रिया पारदर्शी नियमों के तहत की जा रही है.