बोकारो: जिले में आयोजित दिशा की बैठक हंगामेदार रही. दिशा की बैठक की अध्यक्षता कर रहे धनबाद से भाजपा सांसद पशुपतिनाथ सिंह की कार्यशैली पर बेरमो के कांग्रेस विधायक कुमार जय मंगल सिंह उर्फ अनूप ने सवाल खड़े कर दिए. बीच बैठक में ही दोनों के बीच तीखी नोक झोंक हुई.
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कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने सांसद पशुपतिनाथ सिंह पर अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सांसद को अध्यक्षता करने का तरीका ही पता नहीं है. सांसद मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं, क्योंकि बीजेपी उनकी टिकट काट रही है. इससे वह पूरी तरह से बौखला गए हैं. यही कारण है कि जनता के मुद्दों को उठाने से जनप्रतिनिधियों को रोकते हैं.
सांसद पशुपतिनाथ सिंह का जवाब: दूसरी ओर भाजपा सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. कई मामलों में जांच के आदेश दिए गए. विधायक अनूप सिंह के आरोप पर सासंद ने कहा कि जिसके पिता को मैंने बेस्ट विधायक का अवार्ड दिया. वह इस तरह की बात करता है तो कहीं से शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि मेरा राजनीतिक जीवन 28 वर्षों का है. मैं विधायक, मंत्री से लेकर सांसद अभी तक बनता ही आ रहा हूं. ये अभी मुझे प्रशिक्षण लेने की बात कह रहे हैं. सांसद ने कहा कि विधायक अनूप सिंह अधिकारियों पर कार्रवाई करने से रोक रहे थे, जिस कारण मैंने उन्हें रोकने का काम किया था, जबकि वही मुझे बैठक से जाने की बात कह रहे थे.
'मामले को तूल देने की जरूरत नहीं': इस मामले पर बोकारो से भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि इस मामले को तूल देने की जरूरत नहीं है. क्योंकि धनबाद के सांसद काफी लोकप्रिय हैं. उन्होंने सभी को अपनी बातों को रखने का मौका दिया. सांसद समय से बैठक खत्म करना चाहते थे. जिस कारण उन्होंने सवाल कम करने की बात जरूर कही थी. किस बात को प्रोसीडिंग बनाना है, यह अध्यक्ष का अधिकार है. इस पर अध्यक्ष पर कोई भी सवाल नहीं खड़ा कर सकता है.