बोकारोः जिला के एकमात्र महिला कॉलेज पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है. बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन द्वारा लीज रिन्यूअल संबंधी फाइनल नोटिस देकर लीज रिन्यूअल के लिए महिला कॉलेज से लगभग 23.57 करोड़ शुल्क देने की मांग की गयी है और भुगतान न करने पर बिजली पानी बंद करके की बात कही है.
इस बाबत महिला कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर मंजू सिंह ने बीएसएल को पत्र लिखकर निर्धारित राशि देने में असमर्थतता जताई है. प्रिंसिपल ने शाषी निकाय के अध्यक्ष सह विधायक और जिले के उपायुक्त को भी पत्र लिखा है. नोटिस के जवाब में प्रिंसिपल ने कहा है कि महिला कॉलेज एक अंगीभूत कॉलेज है. उसकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल दयनीय है और वह लीज रिन्यूअल की राशि देने में बिलकुल असमर्थ है. बता दें कि महिला कॉलेज को सेक्टर 5 में मिली 10 एकड़ जमीन की लीज अवधि 13 अगस्त को समाप्त हो गई है. बीएसएल ने उक्त भूमि का रिन्यूअल के लिए नोटिस दिया है.
सेल प्रबंधन लेगा निर्णयः बोकारो महिला कॉलेज का लीज रिन्यूअल नहीं होने पर अलॉटमेंट कैंसिल करना है या नहीं? इसका निर्णय ईडी पर्सनल राजन प्रसाद, सीजीएम टीए कुंदन कुमार और जीएम लैंड एंड एस्टेट एके सिंह के अनुसंशा पर सेल प्रबंधन (दिल्ली) लेगा. महिला कॉलेज पर तकरीबन 23.57 करोड़ शुल्क बकाया है. महिला कॉलेज में 3000 स्टूडेंट्स
वर्ष 1976 बोकारो महिला कॉलेज का की स्थापना हुई थी. सेल प्रबंधन द्वारा बोकारो स्टील सिटी की छात्राओं की सुविधा के लिए इस कॉलेज की स्थापना की गई थी.
इस कॉलेज में 3000 छात्राएं वर्तमान में पढ़ाई कर रही हैं, जिसमें इंटर और स्नातक की छात्राएं शामिल है. महिला कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर मंजू सिंह ने बताया कि बीएसएल प्रबंधन द्वारा ही कॉलेज को खोला गया था. इसके लिए सेक्टर 3 में भवन भी दिया गया था लेकिन छात्राओं की संख्या के कारण दूसरी जमीन मिली. इस पर सेल प्रबंधन को विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है.
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