बोकारो: पुलिस का नाम आते ही डर का भाव मन में आता है. लेकिन बोकारो पुलिस इस धारणा को बदलने में जुटी है. बोकारो के पुलिस अधीक्षक चंदन झा अपने छुट्टी के दिन को 3 से 4 घंटे समय निकालकर चास के रामरुद्रा प्लस टू हाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. छात्र-छात्राएं भी उन्हें शिक्षक की भूमिका में पाकर काफी खुश हैं.
ये भी पढ़ें- बोकारोः निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों का हंगामा, चास सीओ ने अभिभावकों को शांत करने के बदले उलझे
छात्रों को पढ़ा रहे एसपी
बोकारो एसपी चंदन झा पूरी तरह से एक सामान्य शिक्षक की तरह अपने छात्र छात्राओं से एक-एक सवाल का जवाब भी लेते हैं और उनसे यह नहीं पूछने से भी नहीं कतराते कि आखिर उन्हें यह समझ आया या नहीं. वे 3 से 4 घंटे छात्र छात्राओं को गणित पढ़ाने का काम करते हैं.
छात्राओं में बढ़ा भरोसा
11वीं की छात्रा शीतल कुमारी ने बताया कि बोकारो एसपी को यहां देखकर लगता ही नहीं है कि वह बोकारो एसपी से शिक्षा ग्रहण कर रहीं हैं. वह इतने सरल स्वभाव के हैं कि सभी छात्रों को बहुत ही आसान तरीके से गणित की जानकारी देते हैं. छात्रा ने बताया कि जिस तरह से वह पढ़ाने का काम कर रहे हैं हमें यह जरूर लगने लगा है कि हम बिना किसी नामी गिरामी संस्था से पढ़कर आईआईटी और जेईई को क्रैक कर सकते हैं.
शिक्षकों को करते हैं मोटिवेट
बोकारो के एसपी चंदन झा कहते हैं कि हमें जब पता चला कि इस स्कूल को जिले का मॉडल स्कूल के रूप में चयनित किया गया है तो उन्होंने यह ठान लिया कि क्यों न यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को इस तरह से तैयार किया जाए, ताकि वह आसानी से आईआईटी और जेईई की परीक्षा पास कर सकें. एसपी ने बताया कि यहां पढ़ने वाले छात्रों में काफी लगन है. ऐसे में स्कूल के शिक्षकों को भी मोटिवेट करने का काम भी करते हैं ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जा सके. उन्होंने कहा कि रविवार के दिन समय निकाल कर दो से तीन घंटे छात्रों को भी पढ़ाने का काम कर रहे हैं. अगर किसी रविवार को समय नहीं मिलता है तो दूसरे रविवार को आकर छात्रों को वह पढ़ाई अधिक देर तक करवाते हैं.
एसपी से प्रेरणा लेने की जरूरत
जिस प्रकार से बोकारो एसपी अपने दायित्व के अलावा छात्र-छात्राओं को शिक्षा दे रहे हैं. ऐसे में उनकी जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है. वे वैसे अधिकारियों के लिए एक उदाहरण है, जो बहुत ज्ञान रखने के बाद भी अपने ज्ञान का उपयोग नहीं कर पाते हैं.