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बोकारो चिन्मया विद्यालय परिवार को कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर गर्व, कहा- छात्र देश के लिए हुआ समर्पित - Jharkhand news

जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर बोकारो चिन्मया विद्यालय को शोक के साथ-साथ गर्व भी है. विद्यालय परिवार को इस बात का गर्व है कि उनके छात्र ने देश के लिए खुद को समर्पित कर दिया.

Bokaro Chinmaya Vidyalaya
Bokaro Chinmaya Vidyalaya
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Published : Jul 19, 2022, 3:49 PM IST

Updated : Jul 19, 2022, 4:29 PM IST

बोकारो: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ग्रेनेड विस्फोट में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर बोकारो चिन्मया विद्यालय (Bokaro Chinmaya Vidyalaya) परिवार गर्व कर रहा है. हालांकि, अपने विद्यालय के छात्र के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद स्कूल परिवार में शोक की लहर है. मंगलवार को स्कूल खुलते ही सभी छात्रों ने शहीद कैप्टन को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की.

इसे भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: ग्रेनेड विस्फोट से सेना के कैप्टन और जेसीओ की मौत

एनडीए एग्जाम पास करने के बाद हुए थे चयनित: शहीद आनंद कुमार ने साल 2012 में 95 फीसदी अंक के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर चिन्मया स्कूल बोकारो में दाखिला लिया था. आनंद कुमार यहां गणित विषय की पढ़ाई करते हुए 12वीं में 86 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण हुए थे. उसके बाद उन्होंने एनडीए एग्जाम दिया. जिसमें उनका चयन हुआ और वे देश सेवा के लिए चले गए. वहां तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आनंद एलओसी में मेंढर सेक्टर में बतौर कैप्टन पदास्थापित थे.

शहीद कैप्टन आनंद कुमार के शिक्षक


आईआईटी करना चाहते थे आनंद: आनंद कुमार के क्लास टीचर रहे एम कुमार ने बताया कि आनंद कुमार की पढ़ाई बहुत अच्छी थी. वे सामान्य बच्चों की तरह यहां पढ़ाई करते थे. उनका स्वभाव इतना बेहतर था कि सभी से उनका जुड़ाव हो जाता था. एम कुमार ने बताया कि आनंद आईआईटी करना चाहते थे लेकिन, तैयारी उस तरह की नहीं हो पाने के कारण उसने एनडीए का एग्जाम दिया और एनडीए में उनका सिलेक्शन हो गया. उन्होंने कहा कि उसके चले जाने से आज काफी दुख हो रहा है.

इसे भी पढ़ें: कैप्टन आनंद की शहादत पर फफक पड़े पिता- 'देश के लिए मर मिटा, हमें छोड़ गया'


स्कूल सेक्रेटरी ने परिवार के लिए जताई संवेदना: वहीं स्कूल के सेक्रेटरी महेश त्रिपाठी ने बताया कि आज हमें आनंद के चले जाने से दुख तो जरूर हो रहा है लेकिन, हमें उस पर गर्व भी है. क्योंकि वे देश की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल परिवार उसके असमय चले जाने से काफी मर्माहत है. उन्होंने शहीद आनंद कुमार के परिवार के लिए भी संवेदना व्यक्त की.

बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे कैप्टन: कैप्टन आनंद कुमार (Army Officer From Bihar Martyred) बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी के पास दुर्घटनावश एक ग्रेनेड में विस्फोट होने से कैप्टन आनंद कुमार 17 जुलाई 2022 की रात को शहीद हो गए. उनके साथ एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) नायब उर्फ भगवान सिंह भी शहीद हो गए.

बोकारो: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ग्रेनेड विस्फोट में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर बोकारो चिन्मया विद्यालय (Bokaro Chinmaya Vidyalaya) परिवार गर्व कर रहा है. हालांकि, अपने विद्यालय के छात्र के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद स्कूल परिवार में शोक की लहर है. मंगलवार को स्कूल खुलते ही सभी छात्रों ने शहीद कैप्टन को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की.

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एनडीए एग्जाम पास करने के बाद हुए थे चयनित: शहीद आनंद कुमार ने साल 2012 में 95 फीसदी अंक के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर चिन्मया स्कूल बोकारो में दाखिला लिया था. आनंद कुमार यहां गणित विषय की पढ़ाई करते हुए 12वीं में 86 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण हुए थे. उसके बाद उन्होंने एनडीए एग्जाम दिया. जिसमें उनका चयन हुआ और वे देश सेवा के लिए चले गए. वहां तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आनंद एलओसी में मेंढर सेक्टर में बतौर कैप्टन पदास्थापित थे.

शहीद कैप्टन आनंद कुमार के शिक्षक


आईआईटी करना चाहते थे आनंद: आनंद कुमार के क्लास टीचर रहे एम कुमार ने बताया कि आनंद कुमार की पढ़ाई बहुत अच्छी थी. वे सामान्य बच्चों की तरह यहां पढ़ाई करते थे. उनका स्वभाव इतना बेहतर था कि सभी से उनका जुड़ाव हो जाता था. एम कुमार ने बताया कि आनंद आईआईटी करना चाहते थे लेकिन, तैयारी उस तरह की नहीं हो पाने के कारण उसने एनडीए का एग्जाम दिया और एनडीए में उनका सिलेक्शन हो गया. उन्होंने कहा कि उसके चले जाने से आज काफी दुख हो रहा है.

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स्कूल सेक्रेटरी ने परिवार के लिए जताई संवेदना: वहीं स्कूल के सेक्रेटरी महेश त्रिपाठी ने बताया कि आज हमें आनंद के चले जाने से दुख तो जरूर हो रहा है लेकिन, हमें उस पर गर्व भी है. क्योंकि वे देश की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल परिवार उसके असमय चले जाने से काफी मर्माहत है. उन्होंने शहीद आनंद कुमार के परिवार के लिए भी संवेदना व्यक्त की.

बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे कैप्टन: कैप्टन आनंद कुमार (Army Officer From Bihar Martyred) बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी के पास दुर्घटनावश एक ग्रेनेड में विस्फोट होने से कैप्टन आनंद कुमार 17 जुलाई 2022 की रात को शहीद हो गए. उनके साथ एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) नायब उर्फ भगवान सिंह भी शहीद हो गए.

Last Updated : Jul 19, 2022, 4:29 PM IST
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