बोकारो: झारखंड में जातीय गणना पर भाजपा द्वारा अब तक स्टैंड क्लीयर नहीं करने पर पूर्व सांसद सह भाजपा नेता सूरज मंडल ने अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़ा किया है. साथ ही सूरज मंडल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा जा सकता है. शनिवार को बोकारो पहुंचे सूरज मंडल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिसकी आबादी इस राज्य में तीन प्रतिशत है, उसको भाजपा में 33 प्रतिशत भागीदारी दी गई है. यही कारण है कि बीजेपी इसे नहीं करना चाह रही है. उन्होंने कहा कि वे लोग कौन हैं मीडिया इसका पता लगाएं.
उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जिसकी दो प्रतिशत आबादी है उस समाज से एक लोकसभा और एक राज्यसभा का सांसद बनाया गया है, जिसकी 4 प्रतिशत आबादी है उस समाज से भी एक एमपी बनाया गया है. सूरज मंडल ने कहा कि हम लोगों की झारखंड में सबसे अधिक आबादी है, बावजूद हमारे समाज से ना एक सांसद राज्यसभा से हैं और ना एक सांसद लोकसभा में हैं.
बाबूलाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर उठाए सवालः पूर्व सांसद सह भाजपा नेता सूरज मंडल ने बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा जिस प्रकार से पार्टी को झारखंड में चलाना चाहती है, वह चलने वाली नहीं हैं. लोकसभा चुनाव में तो किसी तरह चल जाएगा, लेकिन विधानसभा चुनाव बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में नहीं लड़ा जा सकता है.
बैकवर्ड क्लास बाबूलाल के नेतृत्व को नहीं करेगा स्वीकारः सूरज मंडल ने कहा कि झारखंड से अलग होने के बाद बाबूलाल मरांडी ने पिछड़ों का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि बैकवर्ड क्लास अगर मूर्ख होगा, तभी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व को स्वीकार करेगा. विधानसभा चुनाव के पहले ही बाबूलाल को बदलना होगा. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी बीजेपी के वरीय नेताओं को दे चुके हैं.