बोकारो: जिले में आए दिन किसी न किसी तरीके से अपराधी लूट-पाट, ठगी जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं. नयी नयी तरकीब लगाकर आम लोगों को चपत लगानेवाले साईबर अपराधियों ने अब टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के बहाने लोगों को ठगने का नया तरीका खोज निकाला है. साइबर अपराधी अपने काम को इतनी बखूबी अंजाम दे रहे हैं कि पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधियों की यह तरकीब पुलिस के लिए चिंता का सबब बन गई है.
कैसे करते हैं ठगी
सबसे पहले ये किसी ग्राहक को फोन लगाते हैं. फोन पर उसे यह सूचना देते हैं कि वे केबीसी से बोल रहे हैं और आपकी 25 लाख की लॉटरी लग गई है. चंद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यह रकम आप तक पहुंच जाएगी. फिर प्रमाण के तौर पर बैंक मैनेजर बनकर एक दूसरा व्यक्ति ग्राहक को सूचना देता है कि इनाम उनके बैंक में आ गया है. बस वे तत्काल जरूरी प्रक्रिया कर उसे हासिल कर लें. इसके बाद ग्राहक के मन में रही थोड़ी बहुत असमंजस भी दूर हो जाती है और वो अपराधियों का शिकार बन जाता है.
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जरीडीह थाने के दिहाड़ी मजदूर विश्वजीत मंडल शिकार होने से बाल-बाल बचे
जिले के जरीडीह थाना इलाके के रहनेवाले विश्वजीत मंडल को अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम का हवाला देकर एक फोन आया और उसमें उसे सूचना दी गयी कि उसको 25 लाख के इनाम के लिए चुना गया है. इसके थोड़ी देर बाद ही एसबीआई के नाम पर फोन कर उसे 25 लाख का चेक अपने पास आने की भी सूचना दी गई. इस सूचना के बाद दिहाड़ी मजदूरी करनेवाले विश्वजीत मंडल अपराधियों के झांसे में आ गया.
हांलाकि जब टैक्स के नाम पर उससे 12,200 रुपए मांगे गए तो उसे शक हुआ. लेकिन अपराधी पहले से ही ऐसी किसी घटना का अंदेशा लगा चुके थे. इसलिए तथाकथित बैंक मैनेजर ने उसे केबीसी के कई दस्तावेज, फोटो, आयकर विभाग के दस्तावेज, बैंक दस्तावेज, अमिताभ बच्चन और प्रधानमंत्री मोदी के फोटो और अमिताभ बच्चन का हस्ताक्षरयुक्त चेक दिखाते हुए उसे वाट्सअप कर दिया. इसके साथ ही उसे एक महिला का वीडियो भी भेजा गया जिसमें वह खुद को भाग्यशाली बताते हुए लॉटरी जीतने की बात कह केबीसी का आभार जताती नजर आती है.
इसके बावजूद वह लगातार यह जांच में लगा रहा कि कहीं वह ठगी का शिकार न हो पाए. इसके लिए उसने बैंक मैनेजर को फोन कर कहा कि उसके पास अभी केवल 3000 रुपए हैं और बैंक मैनेजर ने उसकी यह बात मानकर उसे उतनी ही राशि जमा करने को कह दिया. ऐसे में विश्वजीत यह समझ गया कि मामला गड़बड़ है और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी.
पुलिस ने किया आश्वस्त
मामले की जानकारी के बाद पुलिस का कहना है कि ठगी करने की यह साईबर अपराधियों की नयी चाल है. ऐसे में पुलिस ने आमलोगों को आगाह किया है कि ऐसे फोन कॉल्स आए तो कोई फैसला लेने से पहले कई बार सोचे. वहीं पुलिस ने आश्वस्त किया है कि साईबर अपराधियों की इस नयी चाल को पुलिस नाकाम करेगी.