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केबीसी के नाम पर ठगी की कोशिश, सतर्कता ने दिहाड़ी मजदूर को शिकार होने से बचाया

बोकारो में आए दिन किसी न किसी तरीके से लोगों को साइबर अपराधी अपना शिकार बना रहे हैं. इस बार उन्होंने केबीसी के नाम पर ठगी करने की कोशिश की है.

केबीसी के नाम पर ठगी
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Published : Sep 16, 2019, 8:05 PM IST

बोकारो: जिले में आए दिन किसी न किसी तरीके से अपराधी लूट-पाट, ठगी जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं. नयी नयी तरकीब लगाकर आम लोगों को चपत लगानेवाले साईबर अपराधियों ने अब टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के बहाने लोगों को ठगने का नया तरीका खोज निकाला है. साइबर अपराधी अपने काम को इतनी बखूबी अंजाम दे रहे हैं कि पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधियों की यह तरकीब पुलिस के लिए चिंता का सबब बन गई है.

देखें पूरी खबर


कैसे करते हैं ठगी
सबसे पहले ये किसी ग्राहक को फोन लगाते हैं. फोन पर उसे यह सूचना देते हैं कि वे केबीसी से बोल रहे हैं और आपकी 25 लाख की लॉटरी लग गई है. चंद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यह रकम आप तक पहुंच जाएगी. फिर प्रमाण के तौर पर बैंक मैनेजर बनकर एक दूसरा व्यक्ति ग्राहक को सूचना देता है कि इनाम उनके बैंक में आ गया है. बस वे तत्काल जरूरी प्रक्रिया कर उसे हासिल कर लें. इसके बाद ग्राहक के मन में रही थोड़ी बहुत असमंजस भी दूर हो जाती है और वो अपराधियों का शिकार बन जाता है.

यह भी पढ़ें- खत्म होने के कगार पर है बदडीहा का बटाली उद्योग, सरकार नहीं दे रही ध्यान


जरीडीह थाने के दिहाड़ी मजदूर विश्वजीत मंडल शिकार होने से बाल-बाल बचे
जिले के जरीडीह थाना इलाके के रहनेवाले विश्वजीत मंडल को अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम का हवाला देकर एक फोन आया और उसमें उसे सूचना दी गयी कि उसको 25 लाख के इनाम के लिए चुना गया है. इसके थोड़ी देर बाद ही एसबीआई के नाम पर फोन कर उसे 25 लाख का चेक अपने पास आने की भी सूचना दी गई. इस सूचना के बाद दिहाड़ी मजदूरी करनेवाले विश्वजीत मंडल अपराधियों के झांसे में आ गया.


हांलाकि जब टैक्स के नाम पर उससे 12,200 रुपए मांगे गए तो उसे शक हुआ. लेकिन अपराधी पहले से ही ऐसी किसी घटना का अंदेशा लगा चुके थे. इसलिए तथाकथित बैंक मैनेजर ने उसे केबीसी के कई दस्तावेज, फोटो, आयकर विभाग के दस्तावेज, बैंक दस्तावेज, अमिताभ बच्चन और प्रधानमंत्री मोदी के फोटो और अमिताभ बच्चन का हस्ताक्षरयुक्त चेक दिखाते हुए उसे वाट्सअप कर दिया. इसके साथ ही उसे एक महिला का वीडियो भी भेजा गया जिसमें वह खुद को भाग्यशाली बताते हुए लॉटरी जीतने की बात कह केबीसी का आभार जताती नजर आती है.

इसके बावजूद वह लगातार यह जांच में लगा रहा कि कहीं वह ठगी का शिकार न हो पाए. इसके लिए उसने बैंक मैनेजर को फोन कर कहा कि उसके पास अभी केवल 3000 रुपए हैं और बैंक मैनेजर ने उसकी यह बात मानकर उसे उतनी ही राशि जमा करने को कह दिया. ऐसे में विश्वजीत यह समझ गया कि मामला गड़बड़ है और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी.


पुलिस ने किया आश्वस्त
मामले की जानकारी के बाद पुलिस का कहना है कि ठगी करने की यह साईबर अपराधियों की नयी चाल है. ऐसे में पुलिस ने आमलोगों को आगाह किया है कि ऐसे फोन कॉल्स आए तो कोई फैसला लेने से पहले कई बार सोचे. वहीं पुलिस ने आश्वस्त किया है कि साईबर अपराधियों की इस नयी चाल को पुलिस नाकाम करेगी.

बोकारो: जिले में आए दिन किसी न किसी तरीके से अपराधी लूट-पाट, ठगी जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं. नयी नयी तरकीब लगाकर आम लोगों को चपत लगानेवाले साईबर अपराधियों ने अब टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के बहाने लोगों को ठगने का नया तरीका खोज निकाला है. साइबर अपराधी अपने काम को इतनी बखूबी अंजाम दे रहे हैं कि पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधियों की यह तरकीब पुलिस के लिए चिंता का सबब बन गई है.

देखें पूरी खबर


कैसे करते हैं ठगी
सबसे पहले ये किसी ग्राहक को फोन लगाते हैं. फोन पर उसे यह सूचना देते हैं कि वे केबीसी से बोल रहे हैं और आपकी 25 लाख की लॉटरी लग गई है. चंद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यह रकम आप तक पहुंच जाएगी. फिर प्रमाण के तौर पर बैंक मैनेजर बनकर एक दूसरा व्यक्ति ग्राहक को सूचना देता है कि इनाम उनके बैंक में आ गया है. बस वे तत्काल जरूरी प्रक्रिया कर उसे हासिल कर लें. इसके बाद ग्राहक के मन में रही थोड़ी बहुत असमंजस भी दूर हो जाती है और वो अपराधियों का शिकार बन जाता है.

यह भी पढ़ें- खत्म होने के कगार पर है बदडीहा का बटाली उद्योग, सरकार नहीं दे रही ध्यान


जरीडीह थाने के दिहाड़ी मजदूर विश्वजीत मंडल शिकार होने से बाल-बाल बचे
जिले के जरीडीह थाना इलाके के रहनेवाले विश्वजीत मंडल को अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम का हवाला देकर एक फोन आया और उसमें उसे सूचना दी गयी कि उसको 25 लाख के इनाम के लिए चुना गया है. इसके थोड़ी देर बाद ही एसबीआई के नाम पर फोन कर उसे 25 लाख का चेक अपने पास आने की भी सूचना दी गई. इस सूचना के बाद दिहाड़ी मजदूरी करनेवाले विश्वजीत मंडल अपराधियों के झांसे में आ गया.


हांलाकि जब टैक्स के नाम पर उससे 12,200 रुपए मांगे गए तो उसे शक हुआ. लेकिन अपराधी पहले से ही ऐसी किसी घटना का अंदेशा लगा चुके थे. इसलिए तथाकथित बैंक मैनेजर ने उसे केबीसी के कई दस्तावेज, फोटो, आयकर विभाग के दस्तावेज, बैंक दस्तावेज, अमिताभ बच्चन और प्रधानमंत्री मोदी के फोटो और अमिताभ बच्चन का हस्ताक्षरयुक्त चेक दिखाते हुए उसे वाट्सअप कर दिया. इसके साथ ही उसे एक महिला का वीडियो भी भेजा गया जिसमें वह खुद को भाग्यशाली बताते हुए लॉटरी जीतने की बात कह केबीसी का आभार जताती नजर आती है.

इसके बावजूद वह लगातार यह जांच में लगा रहा कि कहीं वह ठगी का शिकार न हो पाए. इसके लिए उसने बैंक मैनेजर को फोन कर कहा कि उसके पास अभी केवल 3000 रुपए हैं और बैंक मैनेजर ने उसकी यह बात मानकर उसे उतनी ही राशि जमा करने को कह दिया. ऐसे में विश्वजीत यह समझ गया कि मामला गड़बड़ है और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी.


पुलिस ने किया आश्वस्त
मामले की जानकारी के बाद पुलिस का कहना है कि ठगी करने की यह साईबर अपराधियों की नयी चाल है. ऐसे में पुलिस ने आमलोगों को आगाह किया है कि ऐसे फोन कॉल्स आए तो कोई फैसला लेने से पहले कई बार सोचे. वहीं पुलिस ने आश्वस्त किया है कि साईबर अपराधियों की इस नयी चाल को पुलिस नाकाम करेगी.

Intro:नयी नयी तरकीब लगाकर आम लोगों को चपत लगानेवाले साईबर अपराधियों ने अब टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के बी सी को हथियार बनाकर के बी एस यानि कौन बनेगा शिकार शुरू किया है। कौन बनेगा करोड़पति को जरिया बनाकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे साईबर अपराधियों ने ऐसा नुस्खा अपनाया है कि अनपढ़ तो अनपढ़ बल्कि समझदार भी उनके झांसे में आ जाए और अपनी गाढ़ी कमायी बड़ी प्रेम से उनके हवाले कर दे। साईबर अपराधियों की यह तरकीब पुलिस के लिए भी चिन्ता का कारण बन गयी है।

Body:भीओ-01-
कौन बनेगा करोड़पति से आपको फोन लगाकर कोई यह सूचना दे कि आपको 25 लाख की लाॅटरी लग गयी है और यह रकम चंद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आप तक पहुंच जायेगी तो आपका दिल बाग बाग हुए बिना नहीं रहेगा। आप तो अपने भाग्य पर इठलाने ही लगेंगे। फिर प्रमाण के तौर पर बैंक मैनेजर भी आपको सूचना दे कि आपका इनाम उनके बैंक में आ गया है और आप तत्काल जरूरी प्रक्रिया कर उसे हासिल कर लें तो आपकी थोड़ी बहुत असमंजस अगर होगी भी खत्म हो जायेगी और 25 लाख पाने के बाद आप उक्त रकम का इस्तेमाल क्या क्या करेंगे, ऐसा ताना बाना बुनने में लग जायेंगे। जरीडीह थाना इलाके के रहनेवाले विश्वजीत मंडल के साथ भी ऐसा ही हुआ। अमिताभ बच्चन के कौन बने करोड़पति कार्यक्रम का हवाला देकर उसे एक फोन आया और उसमें उसे सूचना दी गयी कि उसको 25 लाख के इनाम के लिए चुना गया हैं। थोड़ी देर में एसबीआई के नाम पर फोन कर उसे अपने को एसबीआई का सहायक मैनेजर बतानेवाले आकाश वर्मा ने उसकी किस्मत जगने की सूचना दी और 25 लाख का चेक अपने पास आने की भी सूचना दे दी। इस सूचना के बाद दिहाड़ी मजदूरी करनेवाले विश्वजीत मंडल अपने भविष्य का सपना ही बुनने लगा। पर उसका सिर तब चकरा पड़ा जब उसे एक खाता नंबर देकर उसमें टैक्स का 12 हजार 200 की रकम भरने को कह दिया गया। ऐसी सूचना के बाद उसे कुछ शक हुआ कि जब उसे 25 लाख मिल रहा है तो 12 हजार 200 जमा करने की शर्त क्यों रखी जा रही है। एैसे मे जब उन्होने इस बात कि जानकारी उस तथाकथित बैक मेनेजर से चाही तो उस तथाकथित बैक मेनेजर ने तत्काल इस शक को मिटाने के लिए के बी सी का कई दस्तावेज, फोटो, आयकर विभाग का दस्तावेज, बैंक का दस्तावेज, अमिताभ बच्चन व प्रधानमंत्री नरेंन्द्र भाई मोदी का फोटों व अमिताभ बच्चन का हस्ताक्षरयुक्त चेक दिखाते हुए उसे ऐसा वाट्सअप भेजा गया कि अब उसे अविश्वास करने का कोई कारण ही नहीं बचता था। इसके अलावा एक किस्मत की धनी महिला का वीडियो भी भेज दिया गया जिसमें वह अपने भाग्योदय होने की बात कहकर अमिताभ बच्चन का आभार जता रही थी। इसके अलावा केवीसी के नाम पर उसे एक ऐसा वीडियो भेजा गया जिसमें केवल रूपये ही नजर आ रहे थे।

बाईट-01- महिला की बाईट जो अपना नाम संजी अख्तर खान बताती है।

भीओ-2-----
के बी सी के नाम पर दिए गए दस्तोवजों ने विश्वजीत मंडल को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया। लेकिन वह और तसदीक करने मे ंलगा था। वह 25 लाख पाने की हड़बड़ी मे ंऐसी कोई गड़बड़ी नहीं करना चाहता था, जो उस पर लालच को हावी कर सके। वह लगातार संपर्क साध रहे तथाकथित के बी सी के अधिकारी व बैंक मैनेजर को जांचने में लगा था। उसने कहा कि उसके पास अभी 12 हजार 200 नहीं है तो उसे उक्त रकम की आधी रकम एक बैंक खाता में जमा करने का निर्देश दिया गया और उक्त रकम के मिलते ही साढे बारह लाख उसके खाते में देने की बात कही गयी। पर मंडल ने जब उससे कहा कि उसके पास केवल 3 हजार ही हैं तो दूसरी ओर से उसे ही जमा करने का आदेश दिया गया। मंडल का माथा ठनका। उसे लगा कि जरूर कोई ना कोई गड़बड़ी है क्योंकि उसे लग गया था कि उसे इनाम की राशि लेने की जितनी हड़बड़ी नहीं उससे ज्यादा हड़बड़ी इनाम देनेवाले बरत रहे हैं।

बाईट-02- विश्वजीत मंडल, भुक्तभोगी, ठगी का शिकार बनने से बचा।

भीओ-3 -
इस मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो उसका भी सिर चकरा गया। पुलिस मानती है कि यह साईबर अपराधियों की नयी चाल हैं। पुलिस ने आमलोगों को आगाह किया है कि ऐसे फोन काल्स आए तो कोई फैसला लेने से पहले कई बार सोचना चाहिए। पुलिस आश्वस्त करती है कि साईबर अपराधियों की इस नयी चाल को पुलिस नाकाम करेगी। इसी के साथ पुलिस मानती है कि ऐसी चाल पुलिस के लिए एक खतरे की घंटी है।

बाईट-03 - प्रभात कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक, कोयला क्षेत्र, बोकारो।

Conclusion:एफ0भी0 --
यह तो हम नहीं कह सकते कि किसकी किस्मत चमकेगी और कौन बनेगा करोड़पति। लेकिन इतना तय है कि अगर कदम सतकर्ता भरे नहीं रहे तो करोड़पति बनने के चक्कर मे हम साईबर अपराधियों को अपनी गाढ़ी कमायी देकर हाथ मलते रह जायेंगे।
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