बोकारो: रेलवे गुड्स शेड में एफसीआई की भारी लापरवाही देखने को मिली है. मंगलवार देर रात पंजाब से मालगाड़ी के जरिये 42 बोगी में 50400 बोरा गेहूं (2520 टन) आया, जिसे गरीबों में बांटा जाना है. गेहूं को खुले आसमान में रख दिया गया है, जो लगातार हो रही बारिश में भीग रहा है. बोकारो में भी यास चक्रवात को लेकर हाई अलर्ट है, उसके बावजूद भी गेहूं को खुले में रख दिया गया. ईटीवी भारत की टीम जब मौके पर पहुंची तो एफसीआई का कोई अधिकारी नहीं मिले, जिनसे कोई सवाल किया जा सके.
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बोकारो में सरकार के ओर से गरीबों को दिए जाने वाले है यह खुले आसमान में पानी से भीग रहा है, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है. ईटीवी भारत की टीम जब जायजा लेने मौके पर पहुंची तो वहां कुछ लोग रेलवे वैगन साफ कर रहे थे, उनसे जब पूछा गया तो उन लोगों ने बताया कि यह गेहूं देर रात पंजाब से आया है, सुबह वैगन से उतार दिया गया और खुले आसमान के नीचे यास चक्रवात के अलर्ट के बाद भी भीगने के लिए छोड़ दिया गया. मौके पर मौजूद रेलवे के कर्मचारी एनके दुबे से जब इस लापरवाही को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने पलड़ा झाडते हुए कहा कि इस मामले में जानकारी बड़े पदाधिकारी देंगे.
स्थानीय युवक का रेलवे अधिकारी पर लगाया आरोप
मामले की सूचना पदाधिकारियों को दी गई है, लेकिन किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली. स्थानीय युवक शुभम ने बताया कि अधिकारी और ट्रांसपोर्टर मिलकर अनाज को सड़ने छोड़ देते हैं, ताकि अनाज का कालाबाजारी किया जा सके.