खूंटी: टोक्यो ओलंपिक 2020 ( Tokyo Olympics 2020) में भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Womens Hockey Team) कांस्य पदक से चूक गई है. कांस्य पदक के लिए हुए मैच में भारतीय टीम को ब्रिटेन ने 3-4 से हरा दिया, लेकिन देश की बेटी ने शानदार प्रदर्शन कर सबका दिल जीत लिया. जिस तरीके से सभी बेटियों ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबले में प्रदर्शन किया है. उसकी हर जगह तारीफ हो रही है. टीम में खेल रही झारखंड की सलीमा टेटे और निक्की प्रधान ने भी पदक के लिए अपना बेस्ट दिया, लेकिन टीम को निराशा हाथ लगी.
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भारत और ब्रिटेन के बीच हो रहे मुकाबले का सीधा प्रसारण निक्की प्रधान के घर में बैठकर कई लोग देख रहे थे. मैच में भारतीय टीम 4-3 से पीछे रह गई, लेकिन देश के लोगों को भारतीय महिला हॉकी टीम से एक उम्मीद जरूर जग गई है कि आने वाले दिनों में हमारी बेटियां देश को पदक दिलाएंगी. निक्की प्रधान के कोच दशरथ महतो, निक्की की दोस्त नीलम मुंडू और स्थानीय विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने भी भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत को सलाम किया है. उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां भविष्य में परचम लहराएंगी. पहली बार ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का क्वार्टर और सेमीफाइनल में पहुंची थी.
निक्की के गांव में जल्द होगी खेल की सारी सुविधा
मैच खत्म होने के बाद निक्की प्रधान की दोस्त नीलम मुंडू थोड़ी निराश दिखीं. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अच्छा खेलकर सेमीफाइनल तक पहुंची थी, आज कांस्य के लिए टीम मैदान पर उतरी, लेकिन टीम ने भले ही मैच नहीं जीता हो, लेकिन दिल जीत लिया है. नीलम मुंडा गांव के मैदान में निक्की प्रधान के साथ हॉकी खेलती थी. नीलम वर्तमान में गांव की लड़कियों को हॉकी सिखा रही हैं. निक्की प्रधान के गांव की लड़कियां अभावों के बावजूद हॉकी खेलना सीख रही हैं. वहीं विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि जल्द ही गांव में खेल की सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.