हैदराबाद : Miss Universe 2021 Harnaaz Sandhu: 13 दिसंबर 2021 का दिन देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. यह दिन अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है, क्योंकि इस दिन देश की बेटी हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीतकर देश का नाम ऊंचा कर दिया है. यह पहली बार नहीं है, जब देश की किसी बेटी ने ऐसा ऐतिहासिक कारनामा किया हो. ऐसा देश के इतिहास में आठ बार हुआ, जब सौंदर्य प्रतियोगिता में भारतीय बेटियों ने अपनी सुंदरता के झंडे गाड़े.
विश्व सौंदर्य प्रतियोगिता के प्रकार
- मिस वर्ल्ड
- मिस यूनिवर्स
- मिस इंटरनेशनल
- मिस अर्थ
1. मिस वर्ल्ड
रीता फारिया
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की शुरुआत ब्रिटेन में मिस यूनिवर्स सौंदर्य प्रतियोगिता से एक साल पहले यानी 1951 में हुई. इस सौंदर्य प्रतियोगिता खिताब को भारत में लाने में देश की बेटी को 15 साल लगे थे. देश की पहली मिस वर्ल्ड मॉडल रीता फारिया चुनी गई थीं. रीता ने यह खिताब साल 1966 में देश को दिलाया था.
ऐश्वर्या राय
रीता फारिया के बाद देश को विश्व सुंदरी का खिताब पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था. बता दें, 1966 से पूरे 28 साल बाद 1994 में नीली आंखों वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर देश की उम्मीदों को एक बार फिर जिंदा कर दिया था.
डायना हेडन
ऐश्वर्या राय के विश्वसुंदरी बनने के तीन साल बाद 1997 में देश को फिर विश्व सुंदरी का खिताब नसीब हुआ. विश्व सुंदरी प्रतियोगिता 1997 में भाग लेने वालीं देश की बेटी डायना हेडन ने मिस वर्ल्ड का ताज अपने सिर पहन देश का सिर एक बार फिर गर्व से ऊंचा कर दिया था.
युक्ता मुखी
बता दें, मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में देश को छह बार जीत मिली है. 1999 में युक्ता मुखी ने यह खिताब अपने नाम किया था. देश के लिए विश्वसुंदरी का खिताब जीतने वालीं युक्ता मुखी देश की चौथी बेटी हैं. युक्ता मुखी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं.
प्रियंका चोपड़ा
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में स्वीडन और ब्रिटेन के बाद भारत दुनिया का तीसरा इकलौता देश है, जिसने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता लगातार दो बार (1999-2000) जीती. युक्ता मुखी ने साल 1999 में विश्वसुंदरी का ताज अपने सिर पहना, तो वहीं अगले ही साल बॉलीवुड की 'देसी गर्ल' प्रियंका चोपड़ा ने विश्व सुंदरी 2000 बनने का कारनामा दिखाया था.
मानुषी छिल्लर
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में प्रियंका चोपड़ा के बाद देश को लंबा इंतजार करना पड़ा था. 17 साल बाद 2017 में मानुषी छिल्लर ने यह खिताब अपने नाम किया था. मौजूदा मिस वर्ल्ड (2019) जमैका की टोनी एन सिंह हैं. कोरोना की वजह से विश्व सुंदरी प्रतियोगिता 2020 को रद्द करना पड़ा.
2. मिस यूनिवर्स
सुष्मिता सेन
मिस यूनिवर्स (Miss Universe) सौंदर्य प्रतियोगिता की शुरुआत साल 1952 में अमेरिका में हुई. इसका आयोजन मिस यूनिवर्स संगठन ने किया था. इस प्रतियोगिता में फिनलैंड की अर्मी कुसेला ने मिस यूनिवर्स (1952) का पहला खिताब जीता था. वहीं, भारत को इस खिताब के लिए 42 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा था. बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स अवॉर्ड का सूखा खत्म कर साल 1994 में यह उपलब्धि देश के नाम की थी. उस वक्त सुष्मिता सेन की उम्र महज 18 साल थी. इस दौरान टॉप 3 में मिस कोलंबिया कैरोलिना गोमेज और मिस वेनेजुएला मिनोरका मरकेडो शामिल थीं.
लारा दत्ता
वहीं, सुष्मिता सेन की जीत के छह साल बाद देश को एक फिर बार मिस यूनिवर्स का खिताब नसीब हुआ था. मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता 2000 में 22 साल की लारा दत्ता ने अपनी सौंदर्यता से विश्व की सभी सुंदरियों को पस्त किया था.
हरनाज संधू
लारा दत्ता के बाद देश में मिस यूनिवर्स के खिताब की उम्मीदें टूटने लगी थी, क्योंकि साल दर साल भारत की प्रतिभागी इस प्रतियोगिता से बाहर हो रही थीं. ऐसे में 21 साल बाद हरनाज संधू ने देश को मिस यूनिवर्स की ट्रॉफी के दर्शन कराए. चंडीगढ़ की 21 साल की हरनाज संधू ने इस सूखे को खत्म कर देश की उम्मीदें फिर से कायम कर दी हैं. मिस यूनिवर्स 2021 प्रतियोगिता में फर्स्ट रनर अप पराग्वे की नाडिया फेरेरा और तीसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की Lalela Maswane रहीं.
3. मिस अर्थ
दुनिया की चौथी सौंदर्य प्रतियोगिता मिस अर्थ (Miss Earth) की शुरुआत साल 2001 में हुई थी. इस प्रतियोगिता की पहली विजेता (2001) डेनमार्क की Catharina Svensson थीं. अभी तक इस प्रतियोगिता को जीतने वालीं एकमात्र भारतीय एक्ट्रेस निकोल फारिया हैं. निकोल ने मिस अर्थ का खिताब साल 2010 में जीतकर देश का नाम रोशन किया था. मौजूदा मिस अर्थ (2021) बेलिजे की डेस्टिनी वेगनर हैं.
निकोल फारिया
निकोल फारिया एक भारतीय अभिनेत्री हैं. साल 2010 में मिस अर्थ का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं. निकोल ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म 'यारियां' (2014) से की थी.
4. मिस इंटरनेशनल
मिस इंटरनेशल सौंदर्य प्रतियोगिता की शुरुआत 1960 में हुई थी. पहली मिस इंटरनेशनल का खिताब कोलंबिया की स्टेल मर्क्यूज ने अपने नाम किया था. इस प्रतियोगिता की शुरुआत हुए 61 साल हो चुके हैं, लेकिन देश की ओर से एक भी बेटी ने इस सौंदर्य प्रतियोगिता में बाजी नहीं मारी है. मौजूदा मिस इंटरनेशनल (2019) थाईलैंड की Sireethorn Leearamwat हैं.
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