रांची: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने झारखंड में अपने नेताओं के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने प्रेस को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की बात कही. तेजस्वी यादव ने झारखंड में राजद के 10 से 12 सीट जीतने की दावेदारी भी की.
एकजुट होकर लड़ेंगे चुनाव
तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की वकालत करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में खराब होने की वजह से बीजेपी जीती थी, लेकिन इस बार हमारी कोशिश रहेगी कि हम सब अपने ईगो को दरकिनार कर एकजुट होकर चुनाव लड़ें. वहीं, महागठबंधन और टिकट बंटवारे पर उन्होंने साफ कहा कि वह पर्सनल लेवल से सभी नेताओं से बात करेंगे और मजबूत उम्मीदवार को ही टिकट दिलाने की कोशिश की जाएगी.
इसे भी पढ़ें:- जेवीएम का कुनबा हुआ मजबूत, बीजेपी और राजद के वरिष्ठ नेताओं ने थामा पार्टी का दामन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना
तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी जी ने कमाल कर दिया है जो मंदी 70 सालों में नहीं आई थी उसे प्रधानमंत्री मोदी ने 70 महीने में ला दिया है.
रघुवर सरकार को बाताया पूंजीपतियों की सरकार
झारखंड के परिपेक्ष में तेजस्वी ने कहा कि रघुवर सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ी है और क्राइम ग्राफ में इजाफा हुआ है क्योंकि सरकार के संरक्षण में गुंडाराज और माफिया राज चल रहा है. सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीते 4 सालों में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कुछ नहीं किया इसीलिए वह बेकाबू हो गए हैं और आनन-फानन में उद्घाटन कर रहे हैं जिसका नतीजा हुआ बांध का बहना. इस भ्रस्टाचार पर तेजस्वी ने जांच कमेटी बनाने की मांग की है.
इसे भी पढ़ें:- बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे रांची, कहा- महागठबंधन को मजबूत करने की है जरूरत
बिहार में अपराध चरम पर
वहीं, डबल इंजन की सरकार पर तेजस्वी यादव का कहना है कि वाकई डबल इंजन की सरकार है एक इंजन अपराध में और दूसरा भ्रष्टाचार में. बिहार के गोपालगंज में हुई घटना पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि अभी नीतीश बीमार चल रहे हैं, जल्द उनकी स्वास्थ्य की कामना करते हैं लेकिन जो घटना गोपालगंज में घटी वह हिंदुस्तान में पहले कभी नहीं हुआ और नितीश कुमार खामोश हैं.
झारखंड की राजधानी रांची पहुंचकर तेजस्वी यादव ने एक बार फिर महागठबंधन की वकालत की, लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की नींव कितनी मजबूत हो पाती है.