चतरा: इस बार झारखंड लोकसभा चुनाव में स्थानीय और बाहरी का मुद्दा छाया हुआ है. चतरा में भी ये मुद्दा लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. केंद्रीय पार्टी से लेकर क्षेत्रीय पार्टी ने बाहरी को यहां अपना उम्मीदवार बनाया है. जिस कारण यह बाहरी और स्थानीय का मुद्दा यहां गर्म है.
देश की बड़ी पार्टियों के अलावे क्षेत्रीय पार्टियों द्वारा भले ही चतरा संसदीय सीट से मतदाताओं की मांगों को दरकिनार करते हुए बाहरी प्रत्याशी उतार दिया गया है, लेकिन आम लोगों के साथ-साथ खास लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुके स्थानीय प्रत्याशी की मांग धीरे-धीरे गति पकड़ने लगी है. राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों की टिकट पर चतरा संसदीय क्षेत्र से भाग्य आजमा रहे बाहरी प्रत्याशियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
जनसंपर्क अभियान में निकले इन बाहरी प्रत्याशियों को न सिर्फ बाहरी-भीतरी का सवाल परेशान कर रहा है. बल्कि इस सवाल ने उनकी बेचैनी भी बढ़ा दी है. जनसंपर्क अभियान पर निकले राजद प्रत्याशी पटना के बालू व्यवसाई सुभाष यादव को भी स्थानीय प्रत्याशी के सवाल का सामना करना पड़ा. उनसे स्थानीय प्रत्याशी के मामले का सवाल किसी मतदाता ने नहीं बल्कि एक निर्दलीय प्रत्याशी ने ही कर दिया था. जिसके बाद न सिर्फ मौके से राजद प्रत्याशी भागते नजर आए बल्कि सवाल को टाल कर निर्दलीय प्रत्याशी से हंसी मजाक भी करते रहे.
दरअसल, जनसंपर्क अभियान पर निकले राजद प्रत्याशी का सामना निर्दलीय भाग्य आजमा रहे दिग्गज नेता अरुण यादव से हो गई. अरुण यादव को देखते ही सुभाष यादव हाथ जोड़कर मदद की अपील कर ही रहे थे कि अरुण यादव ने कहा 'ऐ चतरावासी ये बाहर के लोग कब तक करते रहेंगे बदमाशी'. यह सुनते ही सुभाष यादव खड़े हो गए और मौके से निकल लिए. इसके बाद भी अरुण यादव नहीं माने और जाते-जाते उन्होंने सुभाष यादव को यह भी कह डाला कि 'काहे हो रहे हैरान अब तो छोड़ दो जान, चतरा है परेशान'.