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संताल में महागठबंधन के दलों को नहीं मिल रहा कांग्रेस का साथ, बीजेपी को मिल सकता है इसका फायदा

झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर राज्य की राजनीति संताल में शिफ्ट हो गई है. संताल के तीनों सीटों को लेकर पक्ष और विपक्ष ने अपनी ताकत झोंक दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ से जहां लगातार कद्दावर नेता समेत पीएम का दौरा हो रहा है तो वहीं महागठबंधन की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का वहां नदारद होना सवाल उठा रहा है. क्या इन तीनों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने और पीएम कैंडिडेट होने की वजह से पार्टी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है?

देखिए स्पेशल स्टोरी
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Published : May 14, 2019, 6:28 PM IST

रांची: झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर राज्य की राजनीति संताल में शिफ्ट हो गई है. संताल के तीनों सीटों को लेकर पक्ष और विपक्ष ने अपनी ताकत झोंक दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ से जहां लगातार कद्दावर नेता समेत पीएम का दौरा हो रहा है तो वहीं महागठबंधन की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का वहां नदारद होना सवाल उठा रहा है.

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क्या इन तीनों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने और पीएम कैंडिडेट होने की वजह से पार्टी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है? बीजेपी का मानना है कि संताल में महागठबंधन की एकजुटता नहीं दिख रही है. क्योंकि वहां कांग्रेस के कद्दावर नेताओं की ओर से महागठबंधन के घटक दल के प्रत्याशियों के लिए कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा की मानें तो कांग्रेस के चुनाव की कोई खास प्लानिंग नहीं थी. जो पिछले 3 चरणों के चुनाव में साफ दिख चुकी है.


'जनता कांग्रेस को हल्के में ले रही'
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जनता कांग्रेस को हल्के में ले रही है. जिस तरह कांग्रेस की उपस्थिति है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से मात्र 2 बार राहुल गांधी का झारखंड दौरा हुआ, लेकिन संताल में कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने की वजह से घटक दलों को कांग्रेस के कद्दावर नेताओं का कोई सपोर्ट नहीं मिला है.


'कांग्रेस सभी सीटों पर गंभीर'
वहीं, संताल में कांग्रेस की ओर से दिलचस्पी नहीं दिखाई जाने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि जिस तरह से पिछले तीन चरणों में 11 सीटों को लेकर कांग्रेस पार्टी गंभीर थी. उसी तरह संताल के 3 सीटों को लेकर भी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने वहां जाकर जनसभाओं को संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि भले ही इन 3 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं है, लेकिन फिर भी महागठबंधन के घटक दलों के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल प्रदेश कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी मैनुल हक लगातार वहां कैंप किए हुए हैं.


'संताल में तारिक अनवर की मांग'
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से संताल में तारिक अनवर की मांग की गई थी. जिस पर उन्होंने वहां कार्यक्रम में हिस्सा लिया. जिस तरह से महागठबंधन के घटक दलों की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मांग होगी. उस आधार पर पार्टी स्टार प्रचारकों को उतार कर संताल के 3 सीटों में जीत के लिए पुरजोर प्रयास करेगी.

रांची: झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर राज्य की राजनीति संताल में शिफ्ट हो गई है. संताल के तीनों सीटों को लेकर पक्ष और विपक्ष ने अपनी ताकत झोंक दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ से जहां लगातार कद्दावर नेता समेत पीएम का दौरा हो रहा है तो वहीं महागठबंधन की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का वहां नदारद होना सवाल उठा रहा है.

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क्या इन तीनों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने और पीएम कैंडिडेट होने की वजह से पार्टी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है? बीजेपी का मानना है कि संताल में महागठबंधन की एकजुटता नहीं दिख रही है. क्योंकि वहां कांग्रेस के कद्दावर नेताओं की ओर से महागठबंधन के घटक दल के प्रत्याशियों के लिए कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा की मानें तो कांग्रेस के चुनाव की कोई खास प्लानिंग नहीं थी. जो पिछले 3 चरणों के चुनाव में साफ दिख चुकी है.


'जनता कांग्रेस को हल्के में ले रही'
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जनता कांग्रेस को हल्के में ले रही है. जिस तरह कांग्रेस की उपस्थिति है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से मात्र 2 बार राहुल गांधी का झारखंड दौरा हुआ, लेकिन संताल में कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने की वजह से घटक दलों को कांग्रेस के कद्दावर नेताओं का कोई सपोर्ट नहीं मिला है.


'कांग्रेस सभी सीटों पर गंभीर'
वहीं, संताल में कांग्रेस की ओर से दिलचस्पी नहीं दिखाई जाने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि जिस तरह से पिछले तीन चरणों में 11 सीटों को लेकर कांग्रेस पार्टी गंभीर थी. उसी तरह संताल के 3 सीटों को लेकर भी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने वहां जाकर जनसभाओं को संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि भले ही इन 3 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं है, लेकिन फिर भी महागठबंधन के घटक दलों के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल प्रदेश कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी मैनुल हक लगातार वहां कैंप किए हुए हैं.


'संताल में तारिक अनवर की मांग'
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से संताल में तारिक अनवर की मांग की गई थी. जिस पर उन्होंने वहां कार्यक्रम में हिस्सा लिया. जिस तरह से महागठबंधन के घटक दलों की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मांग होगी. उस आधार पर पार्टी स्टार प्रचारकों को उतार कर संताल के 3 सीटों में जीत के लिए पुरजोर प्रयास करेगी.

Intro:रांची.झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर राज्य की राजनीति संथाल में शिफ्ट हो गई है. संथाल के तीनों सीटों को लेकर पक्ष और विपक्ष ने अपनी ताकत झोंक दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ से जहां लगातार कद्दावर नेता समेत पीएम का दौरा वहां हो रहा है.तो वहीं महागठबंधन की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का वहां नदारद होना से सवाल उठा रहा है कि क्या इन तीनों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने और पीएम कैंडिडेट होने की वजह से पार्टी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.


Body:बीजेपी का मानना है कि संथाल में महागठबंधन की एकजुटता नहीं दिख रही है. क्योंकि वहां कांग्रेस के कद्दावर नेताओं की ओर से महागठबंधन के घटक दल के प्रत्याशियों के लिए कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है.प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा की मानें तो कांग्रेस के चुनाव की कोई खास प्लानिंग नहीं थी. जो पिछले 3 चरणों के चुनाव में साफ दिख चुकी है. जनता कांग्रेस को हल्के में ले रही है. जिस तरह कांग्रेस की उपस्थिति है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से मात्र 2 बार राहुल गांधी का झारखंड दौरा हुआ.लेकिन संथाल में कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं होने की वजह से घटक दलों को कांग्रेस के कद्दावर नेताओं का कोई सपोर्ट नहीं मिला है.


Conclusion:ऐसे में संथाल में कांग्रेस की ओर से दिलचस्पी नहीं दिखाई जाने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि जिस तरह से पिछले तीन चरणों में 11 सीटों को लेकर कांग्रेस पार्टी गंभीर थी. उसी तरह संथाल के 3 सीटों को लेकर भी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने वहां जाकर जनसभाओं को संबोधित किया है और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है.उन्होंने कहा कि भले ही इन 3 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं है लेकिन फिर भी महागठबंधन के घटक दलों के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल प्रदेश कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी मैनुल हक लगातार वहां कैंप किए हुए हैं.


साथ ही गुलाब नबी आजाद ने भी संथाल में कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है.वंही महागठबंधन की घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से संथाल में तारिक अनवर की मांग की गई थी. जिस पर उन्होंने वहां कार्यक्रम में हिस्सा लिया.उन्होंने कहा कि जिस तरह से महागठबंधन के घटक दलों की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मांग होगी. उस आधार पर पार्टी स्टार प्रचारकों को उतार कर संथाल के 3 सीटों में जीत के लिए पुरजोर प्रयास करेगा.
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