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रांची में मलेरिया के केस में 50 प्रतिशत की आई कमी, 25 अप्रैल को मनाया जाएगा विश्व मलेरिया दिवस - रांची न्यूज

रांची में 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा. इसके लेकर रांची सिविल सर्जन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में मलेरिया रोकथाम को लेकर बेहतर काम किया जा रहा है.

World Malaria Day
रांची में मलेरिया के केस में 50 प्रतिशत की आई कमी
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Published : Apr 23, 2022, 10:30 PM IST

रांचीः राजधानी रांची में मलेरिया के केस में 50 प्रतिशत की गई आई है. इसकी वजह है कि जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित मलेरिया की रोकथाम को लेकर दवाओं का छिड़काव किया गया. नियमित दवा के छिड़काव से मलेरिया के मच्छरों की संख्या घट गई. इसके साथ ही मलेरिया के मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की.

यह भी पढ़ेंःWorld Malaria Day 2019: स्वास्थ्य विभाग ने चलाया जागरूकता अभियान


रांची सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि साल 2021 में 196407 ब्लड सैंपल की जांच हुई, जिसमें सिर्फ 155 सैंपल मलेरिया संक्रमित मिले थे. इसमें 74 प्लाज्मोडियम फैलसिफेलम और 81 पॉजिटिव केस यानी प्लाज्मोडियम वेल्वेक्स के थे. वहीं, इस साल के चार महीनों में मलेरिया जांच को लेकर 51487 सैंपल कलेक्ट किए गए. इसमें सिर्फ 10 सैंपल मलेरिया संक्रमित मिले हैं.

जानकारी देते सिविल सर्जन

रांची सिविल सर्जन ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में दो चरणों में डीडीटी का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं, मलेरिया से बचाव और इलाज के लिए वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार और पूरी टीम ने बेहतर काम की किया है. उन्होंने कहा कि गांवों में गोष्टी आयोजित करने के साथ साथ विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम किया गया. इसके साथ ही सहिया दीदियों ने गांव-गांव जाकर बुखार मरीजों का सर्वे किया, जिसका काफी लाभ मिला.


डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा. इस कार्यक्रम में मलेरियाकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान मलेरिया रोकथाम को लेकर भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मलेरिया के रोकथाम के लिए 14 निगरानी निरीक्षक, 5 मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर, 1 मलेरिया निरीक्षक, 1 वीबीडी सलाहकार कार्यरत हैं.

रांचीः राजधानी रांची में मलेरिया के केस में 50 प्रतिशत की गई आई है. इसकी वजह है कि जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित मलेरिया की रोकथाम को लेकर दवाओं का छिड़काव किया गया. नियमित दवा के छिड़काव से मलेरिया के मच्छरों की संख्या घट गई. इसके साथ ही मलेरिया के मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की.

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रांची सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि साल 2021 में 196407 ब्लड सैंपल की जांच हुई, जिसमें सिर्फ 155 सैंपल मलेरिया संक्रमित मिले थे. इसमें 74 प्लाज्मोडियम फैलसिफेलम और 81 पॉजिटिव केस यानी प्लाज्मोडियम वेल्वेक्स के थे. वहीं, इस साल के चार महीनों में मलेरिया जांच को लेकर 51487 सैंपल कलेक्ट किए गए. इसमें सिर्फ 10 सैंपल मलेरिया संक्रमित मिले हैं.

जानकारी देते सिविल सर्जन

रांची सिविल सर्जन ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में दो चरणों में डीडीटी का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं, मलेरिया से बचाव और इलाज के लिए वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार और पूरी टीम ने बेहतर काम की किया है. उन्होंने कहा कि गांवों में गोष्टी आयोजित करने के साथ साथ विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम किया गया. इसके साथ ही सहिया दीदियों ने गांव-गांव जाकर बुखार मरीजों का सर्वे किया, जिसका काफी लाभ मिला.


डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा. इस कार्यक्रम में मलेरियाकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान मलेरिया रोकथाम को लेकर भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मलेरिया के रोकथाम के लिए 14 निगरानी निरीक्षक, 5 मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर, 1 मलेरिया निरीक्षक, 1 वीबीडी सलाहकार कार्यरत हैं.

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