रांचीः राजधानी के नामकुम स्थित स्वास्थ्य मुख्यालय जहां NHM का स्टेट कार्यालय है. यहां एनएचएम कर्मी NHM के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर (SPM) ज्वाला प्रसाद को पद से हटाने से आक्रोशित हैं. इसके विरोध में उन्होंने सोमवार को दफ्तर प्रांगण में बैठक कर मंगलवार से प्रदेशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया. मंगलवार से झारखंड के तमाम एनएचएम कर्मी हड़ताल पर चले जाएंगे.
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इस दफ्तर में सुबह से ही अनुबंधित कर्मियों में गुस्सा और आक्रोश देखा जा गया. दफ्तर का हर व्यक्ति इसलिए आक्रोशित था कि उन्हें यह जानकारी मिली थी कि NHM के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर (SPM) ज्वाला प्रसाद को पद से हटाया यानी बर्खास्त कर दिया गया है. इसके बाद दफ्तर के कर्मी जुटे और बैठक की. NHM प्रभारी परियोजना निदेशक से उनके अधिकारी की बर्खास्तगी वापस लेने की मांग पर उनसे स्पष्ट कहा गया कि वो आदेश वापस नहीं लेंगे.
NHM एसपीएम की बर्खास्तगी की वजह क्या है, इसको लेकर स्वास्घ्य विभाग के आला अधिकारियों की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गयी है. लेकिन सूत्र पर गौर करें तो SPM की ओर से बढ़ाई गयी फाइल की नोटिंग में कुछ गड़बड़ी मिलने पर उनपर यह कार्रवाई की गयी है.
इस खबर के बाद NHM स्टेट ऑफिस के सभी अनुबंधित कर्मी और अधिकारी ने अपना-अपना काम छोड़कर परिसर में एकत्रित हुए और इसको लेकर आगे की रणनीति बनाने लगे. इस दौरान NHM के लगभग सभी विंग में कुर्सियां खाली दिखीं और कोई भी स्टाफ दफ्तर में नहीं देखा गया. कुछ कोषांग में परमानेंट स्टाफ और अधिकारी तो दिखे पर NHM कर्मी कहीं नहीं दिखे. एक कोषांग के नोडल अधिकार डॉ. यूसी सिन्हा ने बिना सहयोगी कर्मी के ऑनलाइन मीटिंग करते दिखे, इसके अलावा बाकी कुर्सियां खाली दिखी.
साथियों पर बेवजह कार्रवाई
आक्रोशित NHM कर्मियों ने बताया कि एक ओर उनके साथियों पर बेवजह की कार्रवाई हो रही है तो दूसरी ओर अभी तक वेतन नहीं आया है. आंदोलित एनएचएम कर्मियों ने कहा कि कोरोन काल में दिन-रात सेवा दिया. लेकिन इसके बदले में हमलोगों को ना पिछले महीने का वेतन मिला है और ना ही यहां काम करने का माहौल रहा.