रांची: स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के मौके पर मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री रघुवर दास को महिलाओं ने राखी बांधी. इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं को लेकर धन्यवाद भी दिया. उनमें से एक महिला शालिनी साहा ने कहा कि राज्य में महिलाओं के विकास को लेकर मुख्यमंत्री ने जो काम किए हैं, उसके लिए वो ऋणी हैं.
वहीं, दूसरी तरफ गांधीवादी टाना भगतों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उनकी बातें सुनी. हालांकि इस मौके पर मौजूद टाना भगत समुदाय के लोगों ने कहा कि राज्य सरकार उनको लेकर बातें तो कर रही है, लेकिन काम नहीं हो रहा है. सभा स्थल पर मौजूद बिगु टाना भगत ने बताया कि सरकार कुछ काम तो कर रही है. हालांकि उसके नतीजे नजर नहीं आ रहे हैं.
इसके साथ ही एक टाना भगत ने साफ तौर पर कहा कि मंत्री आते हैं उनकी दशा देखते हैं और फिर वापस लौट जाते हैं. उन्होंने बातों-बातों में यह भी कह दिया कि मंत्री केवल अपनी जेब भरने में लगे रहते हैं. उन्होंने कहा कि 70 साल की आयु होने के बाद भी उन्हें सरकार द्वारा किसी तरह की पेंशन नहीं मिल रही है, यह दुखदाई है.
दरअसल, टाना भगत समुदाय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात करने वाला समुदाय है. यह झारखंड के लोहरदगा, गुमला और रांची के कुछ इलाकों में बचे हैं. इनके लिए तिरंगे की पूजा ही सबसे बड़ा धर्म माना जाता है.