रांची: राजधानी रांची की ट्रैफिक व्यवस्था भगवान भरोसे है. ऐसा कहना कोई गलत नहीं होगा. क्योंकि सड़क पर एंबुलेंस की सायरन बजती रही और सड़क जाम में गर्भवती महिला प्रसव वेदना से कराहती रही. गर्भवती महिला की परेशानी को देखने के बावजूद भी जाम हटाने के लिए कोई इंसान आगे नहीं आया. यहां तक कि कांटाटोली में तैनात ट्रैफिक के जवान भी जाम हटाने में असफल रहे. ऐसे में बीच सड़क एंबुलेंस में महिला ने बच्चे को जन्म दिया.
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रास्ते में ही बच्चे का हुआ जन्म
ट्रैफिक जाम में फंसे एंबुलेंस को निकलवाने में देर होने की वजह से रास्ते में ही प्रसूता ने एक बच्ची को जन्म दिया. एंबुलेंस चालक ने सूझबूझ का परिचय दिया और एंबुलेंस को सदर अस्पताल लाया. लेकिन यहां भी प्रसूता को भर्ती करने में करीब आधा घंटा का वक्त लग गया. एंबुलेंस में प्रसव होने के बाद महिला रांची सदर अस्पताल में भर्ती है. अस्पताल उपाधीक्षक एस मंडल ने बताया कि फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वास्थ हैं.
रांची के टाटीसिलवे की रहने वाली है महिला
यह मामला रांची के टाटीसिल्वे का है. यहां की रहने वाली अलका कुजूर को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे नामकुम के ईएसआईसी (ESIC) अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने ब्लड प्रेशर लो होने की बात कहकर उसे रिम्स रेफर कर दिया. उसी रास्ते में जाम लगी थी. ड्राइवर आनन-फानन में उसे लेकर सदर अस्पताल की ओर निकला, इसी बीच रास्ते में ही महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया.
संयोगवश रांची के डीसी उस वक्त सदर अस्पताल में मौजूद थे फिर भी आधा घंटा का वक्त लग गया. एंबुलेंस चालक सिकंदर लोहरा ने कहा कि सदर अस्पताल पहुंचने के बाद भी महिला अलका कुजूर को भर्ती करने में लगभग आधा घंटा का वक्त लग गया. जाम में किसी तरह से गाड़ी को बाहर निकालते हुए सदर अस्पताल तो पहुंच गए. लेकिन कई बार आवाज लगाने के बाद यहां के कर्मचारी हरकत में आए. एंबुलेंस चालक ने बताया कि संयोगवश सदर अस्पताल में ही रांची के डीसी मौजूद थे. जिस वजह से अस्पताल कर्मचारी हरकत में आए नहीं तो इस महिला की भी जान जा सकती थी.