रांची: बीजेपी मिशन 2024 की तैयारी में जुट गई है. झारखंड सहित देश के 15 राज्यों में प्रदेश प्रभारियों का बदलाव ने यह साफ कर दिया है कि बीजेपी ने अपना लक्ष्य पाने के लिए कितने पहले से तैयारी शुरू कर दी है. झारखंड में उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी ( Jharkhand BJP new in charge Laxmikant Bajpai) को बतौर प्रभारी जिम्मेदारी दी गई है.
दिलीप सैकिया की जगह झारखंड बीजेपी के नये प्रभारी बने लक्ष्मीकांत बाजपेयी जल्द ही कार्यभार लेंगे. लक्ष्मीकांत बाजपेयी मेरठ विधानसभा से चार बार विधानसभा सदस्य रहने के अलावा वर्तमान समय में राज्यसभा सदस्य के साथ साथ सचेतक भी हैं. लंबी राजनीतिक अनुभव रखने वाले लक्ष्मीकांत बाजपेयी के मनोनयन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश कहते हैं कि इनके राजनीतिक अनुभव से झारखंड में संगठन को और मजबूती मिलेगी. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी नेता रबिन्द्र राय ने खुशी जताते हुए कहा कि लक्ष्मीकांत बाजपेयी के आगमन से झारखंड बीजेपी को और ताकत मिलेगी. उन्होंने कहा कि मिशन 2024 ही नहीं बल्कि पार्टी बूथ निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण का कार्य हमेशा करती रहती है.
लक्ष्मीकांत बाजपेयी के लिए ये होंगी चुनौती: बीजेपी केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा इन दिनों ट्रायबल पॉलिटिक्स के साथ सवर्ण वोट बैंक बनाये रखने के लिए खास नीति बनाई गई है. झारखंड बीजेपी के नये प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी इसी का एक हिस्सा माना जा रहा है. लक्ष्मीकांत बाजपेयी के लिए मिशन 2024 के साथ-साथ राज्य की बदल रही वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर भी नजर रखनी होगी.
2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की सभी 14 सीटों में से भाजपा को 11 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि कांग्रेस सिंहभूम की एक सीट जीतने में कामयाब रही. वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक लोकसभा सीट राजमहल से जीत हासिल हुई जबकि गिरिडीह लोकसभा सीट से एजेएसयू को जीत मिली थी. मगर लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ट्रायबल और ओबीसी वोटबैंक में गिरावट देखा गया.जिसके कारण अधिकांश एसटी सीटों से हाथ धोना पड़ा. नये प्रभारी के समक्ष इन वोटबैंक को बीजेपी के खाते में लाने की बड़ी चुनौती होगी और इसके लिए रणनीति के साथ काम करना होगा. बहरहाल संगठन से लेकर मिशन 2024 का लक्ष्य लेकर झारखंड की धरती पर आ रहे लक्ष्मीकांत बाजपेयी से पार्टी को काफी उम्मीदें हैं.