रांची: झारखंड में तीसरे चरण की 17 सीटों के लिए 12 दिसंबर को वोटिंग होनी है. 23 दिसंबर 2014 को जब इन 17 सीटों के नतीजे आए थे उस वक्त बीजेपी ने सात सीटें यानी कोडरमा, हजारीबाग, बेरमो, ईचागढ़, खिजरी, रांची और कांके सीट पर कब्जा जमाया था, लेकिन 2019 के चुनाव की घोषणा होने तक इन 17 सीटों में से 12 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
अब सवाल है कि 2014 में सात सीटें जीतने वाली बीजेपी का आंकड़ा 12 तक कैसे पहुंच गया. दरअसल, बरकट्ठा, सिमरिया और हटिया से जेवीएम की टिकट पर चुनाव जीतने वाले जानकी प्रसाद यादव, गणेश गंझू और नवीन जायसवाल तो चुनावी नतीजों के कुछ दिन बाद ही बीजेपी में शामिल हो गए थे. वहीं, पिछले दिनों बरही से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार यादव, मांडू से जेएमएम विधायक जेपी पटेल भी अब बीजेपी में आ गये हैं. खास बात है कि अपनी मूल पार्टी छोड़कर बीजेपी में आए पांच विधायकों में से तीन विधायकों यानी बरही से मनोज यादव, मांडू से जेपी पटेल और हटिया से नवीन जायसवाल को बीजेपी ने प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है.
विपक्ष की स्थिति
2014 के चुनाव में कांग्रेस और जेएमएम में गठबंधन नहीं था. तब तीसरे चरण की 17 सीटों में से कांग्रेस ने बड़कागांव और बरही सीट पर जीत दर्ज की थी. वहीं जेएमएम के खाते में मांडू, गोमिया और सिल्ली सीट गई थी. फिलहाल, बरही से मनोज यादव और मांडू से जेपी पटेल के बीजेपी में जाने से वर्तमान में इन 17 सीटों में से कांग्रेस के पास एक और जेएमएम के पास दो सीटें हैं. वहीं धनवार सीट भाकपा माले के पास है.
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2014 के चुनाव में तीसरे चरण की 17 सीटों में से बरकट्ठा, बरही, मांडू, सिमरिया, गोमिया और हटिया सीट पर बीजेपी दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि एनडीए में शामिल आजसू के प्रत्याशी बड़कागांव और सिल्ली में दूसरे स्थान पर रहे थे. वहीं कांके, खिजरी, बेरमो, रामगढ़ में कांग्रेस, कोडरमा में आरजेडी और ईचागढ़ में जेएमएम के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे थे.