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पाकलमेड़ी गांव में दिखी भक्ति की अनूठी मिसाल, पंडाल बनाने की नहीं मिली इजाजत तो बना डाला मंदिर

नवरात्रि के पावन पर्व पर रांची के बेड़ो गांव में लोगों ने भक्ति की अनूठी मिसाल पेश की है. पंडाल बनाने की इजाजत नहीं मिलने पर मंदिर बनाकर मां दुर्गे की भक्ति में लोग जुटे हैं.

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Published : Oct 15, 2021, 1:48 PM IST

Updated : Oct 15, 2021, 5:28 PM IST

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भक्ति की अनूठी मिसाल

रांची: नवरात्रि के पावन पर्व पर मां भगवती की भक्ति में हर कोई डूबा है. मंदिरों और घरों में लोग मां दुर्गे की पूजा कर रहे हैं. लेकिन बेड़ो प्रखंड के पाकलमेड़ी गांव के लोगों ने मां की भक्ति के लिए जो मिसाल पेश की है, वो अनूठी है. कोरोना गाइडलाइन की वजह से पंडाल नहीं बनाने के प्रशासन के निर्देश के बाद ग्रामीण मंदिर बनाकर मां की पूजा कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- दुमका में सिंदूर खेला के साथ महिलाओं ने दी मां दुर्गा को विदाई, सुहाग की रक्षा के लिए मांगी मन्नत

मां की अराधना के लिए बनाया मंदिर

कोरोना गाइडलाइन की वजह से पंडाल नहीं बनाने के प्रशासनिक निर्देश के बाद हिम्मत नहीं हारते हुए पाकलमेड़ी गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर मंदिर बनाने का फैसला लिया. मां की भक्ति की शक्ति ऐसी थी कि बेहद कम समय में न केवल लाखों रुपये चंदा इकट्ठा हो गया, बल्कि नवरात्रि से पहले मंदिर भी बनकर तैयार हो गया. इसी मंदिर मां की प्रतिमा स्थापित कर पाकलमेड़ी गांव के लोग मां दुर्गे की पूजा में जुटे हैं.

देखें पूरी खबर

शिक्षित हैं पाकलमेड़ी गांव के लोग

सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी स्थान के रूप में पहचान बना चुके इस गांव के अधिकांश लोग शिक्षित हैं. यहां के लोग विभिन्न राज्यों में अच्छे पदों पर सरकारी नौकरी कर रहे हैं. दूसरे राज्यों में डॉक्टर, वकील, पत्रकार जैसी नौकरी करने वाले यहां के लोग दुर्गा पूजा के समय गांव पहुंचते हैं. गांव के लोग बताते हैं कि पहले इस गांव में पूजा नहीं होती थी, लेकिन अब धूमधाम से यहां मां की पूजा की जा रही है.

रांची: नवरात्रि के पावन पर्व पर मां भगवती की भक्ति में हर कोई डूबा है. मंदिरों और घरों में लोग मां दुर्गे की पूजा कर रहे हैं. लेकिन बेड़ो प्रखंड के पाकलमेड़ी गांव के लोगों ने मां की भक्ति के लिए जो मिसाल पेश की है, वो अनूठी है. कोरोना गाइडलाइन की वजह से पंडाल नहीं बनाने के प्रशासन के निर्देश के बाद ग्रामीण मंदिर बनाकर मां की पूजा कर रहे हैं.

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मां की अराधना के लिए बनाया मंदिर

कोरोना गाइडलाइन की वजह से पंडाल नहीं बनाने के प्रशासनिक निर्देश के बाद हिम्मत नहीं हारते हुए पाकलमेड़ी गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर मंदिर बनाने का फैसला लिया. मां की भक्ति की शक्ति ऐसी थी कि बेहद कम समय में न केवल लाखों रुपये चंदा इकट्ठा हो गया, बल्कि नवरात्रि से पहले मंदिर भी बनकर तैयार हो गया. इसी मंदिर मां की प्रतिमा स्थापित कर पाकलमेड़ी गांव के लोग मां दुर्गे की पूजा में जुटे हैं.

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शिक्षित हैं पाकलमेड़ी गांव के लोग

सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी स्थान के रूप में पहचान बना चुके इस गांव के अधिकांश लोग शिक्षित हैं. यहां के लोग विभिन्न राज्यों में अच्छे पदों पर सरकारी नौकरी कर रहे हैं. दूसरे राज्यों में डॉक्टर, वकील, पत्रकार जैसी नौकरी करने वाले यहां के लोग दुर्गा पूजा के समय गांव पहुंचते हैं. गांव के लोग बताते हैं कि पहले इस गांव में पूजा नहीं होती थी, लेकिन अब धूमधाम से यहां मां की पूजा की जा रही है.

Last Updated : Oct 15, 2021, 5:28 PM IST
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