रांची: झारखंड सरकार (Jharkhand Government) की ओर से बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी ओपन करने को लेकर गाइडलाइन जारी किया गया है. इसके तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र के कॉलेज आने वाले विद्यार्थियों का टीकाकरण अनिवार्य है. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई है, जहां आस-पड़ोस के स्थानीय लोग भी टीकाकरण का लाभ ले रहे हैं.
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कोरोना महामारी के रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास तेज किए जा रहे हैं. युद्ध स्तर पर देश भर में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. वहीं झारखंड में कोरोना की रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश के बाद एक बार फिर सीनियर बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और विभिन्न शिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं. कॉलेज आने वाले 18 वर्ष से अधिक उम्र के विद्यार्थियों के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है. विद्यार्थियों को टीका लेकर ही कॉलेज आने की अनुमति है.
टीकाकरण केंद्रों में परेशानी
टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीन लेने के लिए युवाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्लॉट बुक करने में कई परेशानियां हो रही है. जिसके कारण युवा वर्ग का एक बड़ा तबका टीकाकरण से वंचित है. हालांकि इस दिशा में राज्य के कुछ विश्वविद्यालयों की ओर से बेहतर पहल की जा रही है. रांची के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी (DSPMU) विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों, कॉलेज के कर्मचारियों और शिक्षकों के साथ-साथ आसपास के लोगों का भी टिकाकरण किया जा रहा है. डीएसपीएमयू प्रशासन की ओर से टीकाकरण को लेकर लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा वेक्सीनेट होकर कोरोना के प्रकोप से बच सकें और अपने परिवार के साथ-साथ समाज के लोगों को भी बचाया जा सके.
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डीएसपीएमयू में टीकाकरण के लिए बढ़ रही भीड़
डीएसपीएमयू में चलाए जा रहे वैक्सीनेशन केंद्र में रोजाना छात्रों की भीड़ बढ़ रही है. छात्र कोरोना महामारी के गाइडलाइन का पालन करते हुए और टीका ले रहे हैं. इस दौरान विद्यार्थियों में जागरूकता देखी जा रही है. विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से भी बेहतर व्यवस्था की गई थी.