रांचीः झारखंड में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच यूपीए का प्रतिनिधिमंडल शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलेगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा राज्यपाल से मिलने का समय मांगा गया था. राज्यपाल को भेजी गई इस चिट्ठी के बाद झारखंड की राजनीति में नया सियासी हलचल शुरू हो गया है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि हेमंत सोरेन राज्यपाल से मिलकर के कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार राजभवन में हेमंत सोरेन अपने इस सरकार का इस्तीफा दे सकते हैं और फिर से शपथ लेकर मुख्यमंत्री बन सकते हैं क्योंकि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने उन्हें अयोग्य करार दिया है. ऐसे में उनकी सदस्यता जानी तय है. हालांकि राजभवन अभी भी इस मामले पर कोई निर्णय नहीं ले पाया है. इसी उहापोह के बीच हेमंत सोरेन ने झारखंड की राजनीति में एक नया दांव खेला है और राजभवन से चिट्ठी मिलने से पहले ही वह सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं. कुल मिलाकर के अब नजरें राजभवन पर टिकी हैं कि राजभवन कब हेमंत सोरेन को मिलने का समय देता है.