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फर्जी दस्तावेज बना छात्रों का नामांकन करवाने वाले दो गिरफ्तार, हर स्टूडेंट से लेते थे 20 हजार - फर्जी दस्तावेज

चुटिया थाना की पुलिस ने फर्जी नामांकन के धंधे के शातिर दो ठग को एक होटल से गिरफ्तार किया है. दोनों कम अंक लाने वाले छात्रों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर कॉलेजों में नामांकन करवाया करते थे.

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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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Published : Jan 22, 2020, 8:12 AM IST

रांची: चुटिया थाना की पुलिस ने दो ठग को एक होटल से गिरफ्तार किया है. दोनों फर्जी नामांकन के धंधे के शातिर खिलाड़ी हैं. गिरफ्तार आरोपी इटकी थाना क्षेत्र के मौसी बाड़ी निवासी साउद आलम उर्फ विक्की और गया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी अजहर आलम का नाम शामिल है. दोनों कम अंक लाने वाले छात्रों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर कॉलेजों में नामांकन करवाया करते थे.

ठगी का धंधा
पुलिस ने शहर के विभिन्न कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे छात्र और छात्राओं का एडमिशन कराने के आरोप में साउद आलम और अजहर आलम को धर दबोचा. दोनों रांची के स्टेशन रोड स्थित एक होटल से ठगी का धंधा चला रहे थे. ठगी के शिकार कुछ लोगों ने मामले की जानकारी रांची के सीनियर एसपी को दी थी. जिसके बाद सीनियर एसपी ने मामले में छापेमारी करने का निर्देश चुटिया थानेदार को दिया था.

ये भी पढ़ें- पत्थलगड़ी या काला कानून! जानिए कैसे हुई झारखंड में इसकी शुरूआत

कई फर्जी दस्तावेज बरामद
वहीं, सूचना के बाद स्टेशन रोड स्थित होटल चुटिया पुलिस पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा दो व्यक्ति होटल की लॉबी में बैठकर कागजातों का मिलान कर रहे हैं. पुलिस को देख दोनों भागने का प्रयास किया तो खदेड़कर पकड़ा गया. पुलिस साउद आलम के पास से कई छात्र के नाम से जैक का इंटरमीडिएट का मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट, माइग्रेशन, स्कूल लिविंग जिसमें संत जेवियर कॉलेज रांची लिखा था. एसबीआई का डिमांड ड्राफ्ट और तीन मोबाइल बरामद किया.

हर छात्र से 20 हजार
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने बताया है कि छात्रों का इंस्पायर लिविंग एकेडमी में फर्जी दस्तावेज तैयार किया जाता था. एकेडमी साउद आलम का है. फर्जी दस्तावेजों के सहारे कॉलेज में एडमिशन कराने के बाद हर छात्र से आरोपी 20 हजार रुपए कमीशन लेते थे. इस वर्ष आरोपियों ने 200 छात्र और छात्राओं का एडमिशन करवाने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन उससे पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

ये भी पढ़ें- चाईबासा में पत्थलगड़ी के विरोध में 7 लोगों की हत्या, पुलिस को नहीं मिला अबतक शव

बीटेक के छात्र हैं दोनों आरोपी
गिरफ्तार किया गया साऊद आलम और जुलकर दोनों ही बीटेक के छात्र हैं. पुलिस के पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वह कई छात्रों का एडमिशन इंजीनियरिंग कॉलेज में करा चुके हैं. जिसके एवज में उन्हें लाखों रुपए मिले थे. इसके बाद यह लोग रांची में दूसरे छात्रों को ठगने की तैयारी में थे और होटल बुक कर वहां छात्रों के साथ मीटिंग कर रहे थे.

रांची: चुटिया थाना की पुलिस ने दो ठग को एक होटल से गिरफ्तार किया है. दोनों फर्जी नामांकन के धंधे के शातिर खिलाड़ी हैं. गिरफ्तार आरोपी इटकी थाना क्षेत्र के मौसी बाड़ी निवासी साउद आलम उर्फ विक्की और गया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी अजहर आलम का नाम शामिल है. दोनों कम अंक लाने वाले छात्रों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर कॉलेजों में नामांकन करवाया करते थे.

ठगी का धंधा
पुलिस ने शहर के विभिन्न कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे छात्र और छात्राओं का एडमिशन कराने के आरोप में साउद आलम और अजहर आलम को धर दबोचा. दोनों रांची के स्टेशन रोड स्थित एक होटल से ठगी का धंधा चला रहे थे. ठगी के शिकार कुछ लोगों ने मामले की जानकारी रांची के सीनियर एसपी को दी थी. जिसके बाद सीनियर एसपी ने मामले में छापेमारी करने का निर्देश चुटिया थानेदार को दिया था.

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कई फर्जी दस्तावेज बरामद
वहीं, सूचना के बाद स्टेशन रोड स्थित होटल चुटिया पुलिस पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा दो व्यक्ति होटल की लॉबी में बैठकर कागजातों का मिलान कर रहे हैं. पुलिस को देख दोनों भागने का प्रयास किया तो खदेड़कर पकड़ा गया. पुलिस साउद आलम के पास से कई छात्र के नाम से जैक का इंटरमीडिएट का मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट, माइग्रेशन, स्कूल लिविंग जिसमें संत जेवियर कॉलेज रांची लिखा था. एसबीआई का डिमांड ड्राफ्ट और तीन मोबाइल बरामद किया.

हर छात्र से 20 हजार
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने बताया है कि छात्रों का इंस्पायर लिविंग एकेडमी में फर्जी दस्तावेज तैयार किया जाता था. एकेडमी साउद आलम का है. फर्जी दस्तावेजों के सहारे कॉलेज में एडमिशन कराने के बाद हर छात्र से आरोपी 20 हजार रुपए कमीशन लेते थे. इस वर्ष आरोपियों ने 200 छात्र और छात्राओं का एडमिशन करवाने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन उससे पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

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बीटेक के छात्र हैं दोनों आरोपी
गिरफ्तार किया गया साऊद आलम और जुलकर दोनों ही बीटेक के छात्र हैं. पुलिस के पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वह कई छात्रों का एडमिशन इंजीनियरिंग कॉलेज में करा चुके हैं. जिसके एवज में उन्हें लाखों रुपए मिले थे. इसके बाद यह लोग रांची में दूसरे छात्रों को ठगने की तैयारी में थे और होटल बुक कर वहां छात्रों के साथ मीटिंग कर रहे थे.

Intro:फर्जी दस्तावेज बना छात्रों का नामांकन करवाने वाले दो गिरफ्तार ,बीटेक कर चला रहे थे ठगी का धंधा

रांची।

चुटिया थाना की पुलिस ने दो ठग को एक होटल से गिरफ्तार किया है।दोनो फर्जी नामाँकन के धंधे के शातिर खिलाड़ी है। गिरफ्तार आरोपी में इटकी थाना क्षेत्र के मौसी बाड़ी निवासी साउद आलम उर्फ विक्की और गया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी अजहर आलम का नाम शामिल है। दोनों कम अंक लाने वाले छात्रों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर कॉलेजों में नामांकन करवाया करते थे।

पुलिस ने शहर के विभिन्न कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे छात्र और छात्राओं का एडमिशन कराने के आरोप में साउद आलम और अजहर आलम को धर दबोचा। दोनों रांची के स्टेशन रोड स्थित एक होटल से ठगी का धंधा चला रहे थे। ठगी के शिकार कुछ लोगों ने मामले की जानकारी राँची के सीनियर एसपी को दी थी जिसके बाद सीनियर एसपी ने मामले में छापेमारी करने का निर्देश चुटिया थानेदार को दिया था। सूचना के बाद स्टेशन रोड स्थित होटल चुटिया पुलिस पहुंची मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा दो व्यक्ति होटल के लॉबी में बैठकर कागजातों का मिलान कर रहे है। पुलिस को देख दोनो भागने का प्रयास किया तो खदेड़कर पकड़ा गया पुलिस साउद आलम के पास से कई छात्र के नाम से जैक का इंटरमिडीएट का मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट, मइग्रेशन, स्कूल लिभिग जिसमें संत जेवियर कॉलेज रांची लिखा था। एसबीआई का डिमांड ड्राप्ट व तीन मोबाईल बरामद किया जबकि जुलकर के पास से भी  इतने ही समान बरामद किया गया ।

20 हजार हर छात्र से

पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने बताया है कि छात्रों का इंस्पायर लिविंग एकेडमी में फर्जी दस्तावेज तैयार किया जाता था ।एकेडमी साउद आलम का है। फर्जी दस्तावेजों के सहारे कॉलेज में एडमिशन कराने के बाद प्रत्येक छात्र से आरोपी 20 हजार रुपये कमीशन लेते थे। इस वर्ष आरोपियों ने 200 छात्र और छात्राओं का एडमिशन करवाने की जिम्मेदारी ली थी लेकिन उससे पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़े।

बीटेक के छात्र हैं दोनों आरोपी
पुलिस के बदरा गिरफ्तार किया गया सऊद आलम और जुलकर दोनों ही बीटेक के छात्र हैं ।पुलिस के पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वह कई छात्रों का एडमिशन इंजीनियरिंग कॉलेज में करा चुके हैं। जिसके एवज में उन्हें लाखों रुपए मिले थे ।इसके बाद यह लोग रांची में दूसरे छात्रों को ठगने की तैयारी में थे और होटल बुक कर वहां छात्रों के साथ मीटिंग कर रहे थे।Body:1Conclusion:2
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