रांचीः राजधानी के नामकुम क्षेत्र के पावरग्रिड सबस्टेशन में रहने वाली छात्रा से छेड़खानी के मामले में स्थानीय पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इससे पुलिस के वरीय अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है. गुरुवार को मामले में थाने गई पीड़िता को थानेदार ने हड़काया. इसकी जानकारी पुलिस के वरीय अधिकारियों को मिलने के बाद दो डीएसपी मामले की जांच करने पहुंचे.
दो डीएसपी कर रहे जांच
इस पूरे प्रकरण की जांच डीएसपी यशोदरा कर रही हैं जबकि सुपरविजन के लिए डीएसपी नीरज कुमार भी मौके पर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने दोनों पक्षों से पूछताछ की. छात्रा और उसके परिजनों के अनुसार इस पूछताछ के दौरान भी थानेदार की ओर से रुकावट की गई. डीएसपी को किनारे ले जाकर पूछताछ करना पड़ा. सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल पर बने वीडियो फुटेज की भी जांच की गई. दोनों डीएसपी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता को देंगे जिसके बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी.
22 अप्रैल को हुई थी घटना
गौरतलब है कि बीते 22 अप्रैल को दोनों पक्ष की ओर से मारपीट और छेड़खानी की घटना हुई थी. इसे लेकर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. एक पक्ष की ओर से युवती ने छेड़खानी करने और मारपीट का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी जबकि दूसरे पक्ष की ओर से भी पत्थर फेंककर मारपीट का आरोप लगाया गया था. छात्रा पक्ष का आरोप था कि छेड़खानी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद थाना प्रभारी के शह पर दूसरे पक्ष के लोगों ने भी झूठा आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसके अलावा पीड़ित युवती और उसके पिता को उल्टा जेल भेजने की धमकी का आरोप लगाया गया था. इसके बाद एसएसपी ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच की जिम्मेवारी डीएसपी यशोदरा को दिया गया है.
रांचीः छेड़खानी मामले में थानेदार ने पीड़िता को हड़काया, दो DSP पहुंचे जांच करने
रांची के नामकुम क्षेत्र के पावरग्रिड सबस्टेशन में रहने वाली छात्रा से छेड़खानी के मामले में स्थानीय पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इससे पुलिस के वरीय अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है.
रांचीः राजधानी के नामकुम क्षेत्र के पावरग्रिड सबस्टेशन में रहने वाली छात्रा से छेड़खानी के मामले में स्थानीय पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इससे पुलिस के वरीय अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है. गुरुवार को मामले में थाने गई पीड़िता को थानेदार ने हड़काया. इसकी जानकारी पुलिस के वरीय अधिकारियों को मिलने के बाद दो डीएसपी मामले की जांच करने पहुंचे.
दो डीएसपी कर रहे जांच
इस पूरे प्रकरण की जांच डीएसपी यशोदरा कर रही हैं जबकि सुपरविजन के लिए डीएसपी नीरज कुमार भी मौके पर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने दोनों पक्षों से पूछताछ की. छात्रा और उसके परिजनों के अनुसार इस पूछताछ के दौरान भी थानेदार की ओर से रुकावट की गई. डीएसपी को किनारे ले जाकर पूछताछ करना पड़ा. सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल पर बने वीडियो फुटेज की भी जांच की गई. दोनों डीएसपी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता को देंगे जिसके बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी.
22 अप्रैल को हुई थी घटना
गौरतलब है कि बीते 22 अप्रैल को दोनों पक्ष की ओर से मारपीट और छेड़खानी की घटना हुई थी. इसे लेकर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. एक पक्ष की ओर से युवती ने छेड़खानी करने और मारपीट का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी जबकि दूसरे पक्ष की ओर से भी पत्थर फेंककर मारपीट का आरोप लगाया गया था. छात्रा पक्ष का आरोप था कि छेड़खानी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद थाना प्रभारी के शह पर दूसरे पक्ष के लोगों ने भी झूठा आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसके अलावा पीड़ित युवती और उसके पिता को उल्टा जेल भेजने की धमकी का आरोप लगाया गया था. इसके बाद एसएसपी ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच की जिम्मेवारी डीएसपी यशोदरा को दिया गया है.