रांची: झारखंड विधानसभा का नया परिसर ना केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए खास होगा, बल्कि फलों का राजा आम के अलग-अलग वेरायटी से भी गुलजार होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इच्छा के अनुरूप झारखंड विधानसभा सचिवालय ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है. सोमवार को धुर्वा स्थित नए विधानसभा परिसर (Jharkhand Assembly Campus) मेंं फलदार पेड़ों को लगाने की शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो (Speaker Rabindranath Mahto) ने की. विधानसभा के कर्मियों की मौजूदगी में आयोजित इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में आम के चार वेरायटी अल्फांसो, लंगड़ा, मल्लिका और आम्रपाली के सौ पेड़ लगाए गए.
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वृक्षारोपण कार्यक्रम के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने पेड़ लगाने के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से ना केवल ऑक्सीजन की उपलब्धता होगी, बल्कि फलदार वृक्ष लगाने से इमारती लकड़ी और फल भी प्राप्त होगा. जिससे विधानसभा का आर्थिक आय बढ़ेगा. उन्होंने आम लोगों से पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा कि सरकार इसको लेकर हरसंभव सहायता भी दे रही है.
विधानसभा में लगेंगे 650 फलदार पेड़
विधानसभा में पिछले दिनों आयोजित वन महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा को फलदार पेड़ लगाकर देश दुनियां में मॉडल के रुप में पेश करने की इच्छा जताई थी. इसे लेकर उन्होंने विधानसभा से पहल करने का आग्रह किया था. मुख्यमंत्री के इच्छा के अनुरूप फलदार पेड़ लगाने का जिम्मा वन एवं पर्यावरण विभाग ने उठाया है. जिसके तहत विधानसभा परिसर में कुल 650 फलदार पेड़ लगेंगे. अपर प्रधान वन संरक्षक एनके सिंह की मानें तो पेड़ लगाने की दिशा में झारखंड ने अभूतपूर्व कार्य किया है. जिसमें विधायक से लेकर आम नागरिकों ने खुब रुचि दिखाई है. उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में जल्द ही शेष सभी फलदार आम के पेड़ लग जाएंगे.
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किसानों से पेड़ लगाने की अपील
एनके सिंह ने कहा कि इस वर्ष एक करोड़ 70 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जो पूरा हो गया है. सरकार के निर्देश पर खाली पड़े सरकारी जमीन और किसानों से अपने निजी जमीन पर पेड़ लगाने की अपील की जा रही है. जिसके तहत करीब तीन लाख पेड़ और राज्य में लगने की संभावना है. वन महोत्सव के दौरान पिछले दिनों विधानसभा परिसर के बाहर करीब दो हजार पेड़ लगाए गए थे. जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों ने की थी.