रांची: दिल्ली से रांची लौट रहा एक परिवार हादसे का शिकार हो गया. इस हादसे में रांची के धुर्वा के रहने वाले अमरेश सिंह की बहू और पोता-पोती की दर्दनाक मौत हो गई.
क्या है पूरा मामला
रांची के धुर्वा स्थित कमला खटाल निवासी अमरेश सिंह की बहू आशा देवी और पोता आदित्य और पोती मिष्ठी की यूपी के कानपुर में सड़क हादसे में मौत हो गई. जबकि उनके बेटे अविनाश उर्फ मोनू इस हादसे में घायल हो गए. गुरुवार की शाम तीनों का शव धुर्वा स्थित कमला खटाल पहुंचा. उस वक्त इलाके के लोग अमरेश सिंह के घर के बाहर में ही जमा थे. तीनों का शव जैसे ही एंबुलेंस से नीचा उतारा गया, अमरेश समेत पूरा परिवार दहाड़ मारकर रो पड़ा. अविनाश भी बेटे और बेटी के शव को देखकर खुद को रोक नहीं पाया, वे भी फूट-फूटकर रोने लगे. रोते हुए उनके जुबान से यही निकल रहा था कि भगवान इन लोगों के साथ मुझे भी क्यों नहीं उठा लिया. शाम साढ़े सात बजे तीनों का सीठियो मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया.
बेटी की मौत की खबर सुन पिता को हार्ट अटैक
अविनाश का ससुराल भी धुर्वा में ही है. उनके ससुर उमा शंकर सिंह को जब अपनी बेटी आशा और नातिन की मौत की खबर मिली तो उन्हें गहरा धक्का लगा. यह खबर सुनते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई, आनन-फानन में उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया. परिजनों के अनुसार, उन्हें हार्ट अटैक आया है. अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उन्हें एंबुलेंस से सीठियो मुक्तिधाम लाया गया. इसके बाद उन्हें तुरंत फिर रिम्स में भर्ती किया गया है, उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उमा शंकर सिंह विधानसभा में कार्यरत हैं.
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सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं अविनाश
धुर्वा कमला खटाल निवासी अमरेश सिंह के बेटे अविनाश दिल्ली के गुड़गांव में बैंक ऑफ स्कॉटलैंड में पदस्थापित हैं. वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. गुड़गांव में ही पत्नी और बच्चों के साथ वह रह रहे हैं. परिजनों के अनुसार, छह माह बाद वह पिता से मिलने के लिए दिल्ली से रांची आ रहे थे, इसी दौरान यूपी के कानपुर में यह हादसा हो गया.