रांची: मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन, पूर्व कृषि मंत्री की बेटी अंबा प्रसाद और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के बेटे अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह ये तीनों विधायक राज्य के युवा विधायक के रूप में जाने जाते हैं. कई युवा इनका अनुकरण कर इनके कदमों पर चल राज्य और राष्ट्र की सेवा करने की चाह रखते हैं लेकिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुए यूपीए विधायकों की बैठक में यह तीनों युवा विधायक लेटलतीफी से पहुंचने के कारण चर्चा में बने रहे.
मुख्यमंत्री के आने के बाद सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन पहुंचे, उनके बाद राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेंद्र सिंह के बेटे अनूप सिंह उर्फ जय मंगल सिंह बैठक में शामिल हुए. वहीं, सबसे अंतिम में बैठक में शामिल होने पूर्व मंत्री की बेटी और सबसे युवा विधायक अंबा प्रसाद पहुंची थी.
हालांकि राजनीतिक कार्यक्रम और अन्य कार्यों में व्यस्त होने के कारण कई विधायक और मंत्री मुख्यमंत्री के आने के बाद पहुंचे हैं लेकिन राज्य के युवा और नवनिर्वाचित विधायक बसंत सोरेन और जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह और बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद का मुख्यमंत्री के बाद पहुंचने से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि यह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में समय पर नहीं पहुंच रहे हैं तो क्या आम जगहों पर समय से कितना पहुंच पाते होंगे.
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बैठक से निकलने के बाद बसंत सोरेन ने कहा कि सभी विधायक अपनी अपनी बात रख रहे हैं और उम्मीद है कि आने वाले समय में सभी चीजें बेहतर होगी. वहीं, सबसे युवा विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि इस बैठक के माध्यम से उन्होंने अपने क्षेत्र में बालू माफिया और माफियाओं को संरक्षण देने वाले अधिकारियों के बारे में मुख्यमंत्री को रूबरू कराया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री सभी क्षेत्र के विधायकों से जानकारी लेकर पूरे राज्य की समस्याओं को जानने का काम किया और आने वाले समय में सभी समस्याओं को समाधान कराने के लिए मुख्यमंत्री से आश्वासन भी प्राप्त हुआ.