ETV Bharat / city

आम्रपाली प्रोजेक्ट से 83 करोड़ से ज्यादा का कोयला गायब, CBI ने 7 के खिलाफ दर्ज की FIR

चतरा के आम्रपाली परियोजना से 83.63 करोड़ रुपये के कोयला चोरी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है. सीबीआई पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है.

55
55
author img

By

Published : Aug 19, 2021, 10:55 AM IST

Updated : Aug 19, 2021, 11:54 AM IST

रांची: झारखंड के चतरा स्थित आम्रपाली परियोजना से 83.63 करोड़ रुपये के कोयला चोरी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है. चोरी का यह मामला सीबीआई और सीसीएल की जांच टीम की निरीक्षण के दौरान सामने आया. पूरे मामले का पर्दाफाश होने के बाद सीबीआई आम्रपाली परियोजना के प्रोजेक्ट अधिकारी समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है.

ये भी पढ़ें- टाटा स्टील कंपनी का कर्मचारियों को तोहफा, 270 करोड़ रुपये बंटेगा बोनस

7 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर

चतरा के आम्रपाली परियोजना से करोड़ों रुपये के कोयला चोरी मामले में सीबीआई ने प्रोजेक्ट के परियोजना अधिकारी दिलीप कुमार शर्मा, सीनियर मैनेजर उमेश कुमार सिंह, सीनियर अधिकारी पंकज कुमार झा, मुख्य प्रबंधक खनन निहार रंजन साहू और मेसर्स एमपीएल के सभी निदेशक के साथ कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.


घोटाले का कैसे हुआ खुलासा

दरअसल सीबीआई को आम्रपाली परियोजना से बड़े पैमाने पर कोयला चोरी की सूचना मिली थी. जिसके बाद सीबीआई, एसीबी की कई स्थानों पर छापेमारी के दौरान कोयला चोरी के बड़े मामले का पता चला. छापेमारी के दौरान ये सच निकल कर सामने आया कि कोयले का जो स्टॉक 30 अगस्त 2019 को 18 लाख 4 हजार 4 टन रहना चाहिए था वो सिर्फ 9 लाख 28 हजार 229 टन ही बचा है. सीबीआई जांच में 48.54% स्टॉक गायब होने का पता चला था. सीबीआई ने अपने एफआईआर में यह बताया है कि कोयला के संरक्षण की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट ऑफिस एजीएम, कोलियरी सर्वेयर, सर्विस ऑफिसर और ट्रांसपोर्टरों की थी. सीबीआई ने अपने एफआईआर में सभी को आरोपी बनाया है.

रांची: झारखंड के चतरा स्थित आम्रपाली परियोजना से 83.63 करोड़ रुपये के कोयला चोरी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है. चोरी का यह मामला सीबीआई और सीसीएल की जांच टीम की निरीक्षण के दौरान सामने आया. पूरे मामले का पर्दाफाश होने के बाद सीबीआई आम्रपाली परियोजना के प्रोजेक्ट अधिकारी समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है.

ये भी पढ़ें- टाटा स्टील कंपनी का कर्मचारियों को तोहफा, 270 करोड़ रुपये बंटेगा बोनस

7 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर

चतरा के आम्रपाली परियोजना से करोड़ों रुपये के कोयला चोरी मामले में सीबीआई ने प्रोजेक्ट के परियोजना अधिकारी दिलीप कुमार शर्मा, सीनियर मैनेजर उमेश कुमार सिंह, सीनियर अधिकारी पंकज कुमार झा, मुख्य प्रबंधक खनन निहार रंजन साहू और मेसर्स एमपीएल के सभी निदेशक के साथ कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.


घोटाले का कैसे हुआ खुलासा

दरअसल सीबीआई को आम्रपाली परियोजना से बड़े पैमाने पर कोयला चोरी की सूचना मिली थी. जिसके बाद सीबीआई, एसीबी की कई स्थानों पर छापेमारी के दौरान कोयला चोरी के बड़े मामले का पता चला. छापेमारी के दौरान ये सच निकल कर सामने आया कि कोयले का जो स्टॉक 30 अगस्त 2019 को 18 लाख 4 हजार 4 टन रहना चाहिए था वो सिर्फ 9 लाख 28 हजार 229 टन ही बचा है. सीबीआई जांच में 48.54% स्टॉक गायब होने का पता चला था. सीबीआई ने अपने एफआईआर में यह बताया है कि कोयला के संरक्षण की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट ऑफिस एजीएम, कोलियरी सर्वेयर, सर्विस ऑफिसर और ट्रांसपोर्टरों की थी. सीबीआई ने अपने एफआईआर में सभी को आरोपी बनाया है.

Last Updated : Aug 19, 2021, 11:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.