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आतंकी कलीमुद्दीन ने रांची के चान्हो में कराई थी कटकी की शादी, देश भर की एजेंसी कर रही पूछताछ

संगठन विस्तार के लिए आतंकी कलीमुद्दीन ने चान्हो में कराई थी कटकी की शादी, झारखंड एटीएस ने आतंकी कलीमुद्दीन को किया है गिरफ्तार. कलीमुद्दीन से वर्तमान में देश की कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं.

आतंकी कलीमुद्दीन
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Published : Sep 27, 2019, 6:18 AM IST

रांची: झारखंड एटीएस के हत्थे चढ़ा मौलाना कलीमुद्दीन के घर पर अलकायदा के बड़े नेता मौलाना अब्दुल रहमान कटकी का आना जाना था. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि कटकी को दिल्ली स्पेशल सेल ने साल 2016 में गिरफ्तार किया था जिसके बाद कलीमुद्दीन बांग्लादेश भाग गया था.

पत्राचार किया गया था
बकरीद के दौरान वह बांग्लादेश से वापस कोलकाता लौटा था. कोलकाता के खिदिरपुर में कलीमुद्दीन एक धार्मिक स्थल को अपना ठिकाना बनाए हुए था. राज्य पुलिस के आला अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली थी, जिसके बाद से कमीमुद्दीन की गिरफ्तारी का प्रयास एजेंसी कर रही थी. एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला ने भी मौलाना कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी और आतंकी संगठनों की गतिविधि को लेकर पत्राचार किया था.

ये भी पढ़ें- झारखंड में पुलिसकर्मियों को 12 की जगह 13 माह का मिलेगा वेतन, करीब 228 करोड़ का अतिरिक्त भार

पहले भी हुई थी गिरफ्तारी
अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेट (एक्यूआईएस) आतंकी संगठन के संदिग्ध मौलाना कलीमुद्दीन से राज्य एटीएस पूछताछ कर रही है. मौलाना कलीमुद्दीन के बारे में नया खुलासा हुआ है. जिसके मुताबिक साल 2014 में भी जमशेदपुर के मानगो पुलिस ने कलीमुद्दीन को दो दफे पकड़ा था, लेकिन तब पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दबाव की वजह से उसे छोड़ दिया था. तब भी कलीमुद्दीन के आतंकी गतिविधि में संलिप्तता की जानकारी पुलिस को मिली थी.

ये भी पढ़ें- सब्जी मंडी में घुसा तेज रफ्तार ट्रक, एक की मौत, 9 घायल


अलकायदा में कटकी से बड़ी थी मौलाना की जिम्मेदारी
राज्य पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेंट में अब्दुल रहमान कटकी से बड़ी जिम्मेदारी मौलाना कलीमुद्दीन की थी. कलीमुद्दीन संगठन के लिए विदेशों से फंड जुगाड़ करता था. साथ ही कई युवाओं को भी उसने संगठन से जोड़ा था. कलीमुद्दीन संगठन में जोड़े गए युवकों को ही पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भेजता था, जबकि उसी ने एक युवक को आतंकी संगठन से जोड़ा था जो बाद में सिरिया में मारा भी गया था. कलीमुद्दीन ने संगठन को विस्तार देने के लिए कटकी की शादी रांची के चान्हो में कराई थी. इसके बाद कटकी का लगातार चान्हो में आना जाना होता था. यहां वह तकरीरों के बहाने जेहाद के लिए युवाओं को प्रेरित करता था.

ये भी पढ़ें- झारखंड में 200 करोड़ से अधिक का GST घोटाला, आरोपियों की जमीन-वाहन में हुए निवेश की होगी जांच

देशभर की एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ
कलीमुद्दीन से वर्तमान में देश की कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. पश्चिम बंगाल, राजस्थान, आंध्रप्रदेश की आईबी की टीम भी उससे पूछताछ में लगी है. बता दें कि कटकी की गिरफ्तारी के बाद कलीमुद्दीन लंबे समय तक बांग्लादेश में रहा था. बांग्लादेश से लौटने के बाद वह कोलकाता के खिदिरपुर इलाके में छिपकर बकरीद के बाद से रह रहा था.

रांची: झारखंड एटीएस के हत्थे चढ़ा मौलाना कलीमुद्दीन के घर पर अलकायदा के बड़े नेता मौलाना अब्दुल रहमान कटकी का आना जाना था. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि कटकी को दिल्ली स्पेशल सेल ने साल 2016 में गिरफ्तार किया था जिसके बाद कलीमुद्दीन बांग्लादेश भाग गया था.

पत्राचार किया गया था
बकरीद के दौरान वह बांग्लादेश से वापस कोलकाता लौटा था. कोलकाता के खिदिरपुर में कलीमुद्दीन एक धार्मिक स्थल को अपना ठिकाना बनाए हुए था. राज्य पुलिस के आला अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली थी, जिसके बाद से कमीमुद्दीन की गिरफ्तारी का प्रयास एजेंसी कर रही थी. एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला ने भी मौलाना कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी और आतंकी संगठनों की गतिविधि को लेकर पत्राचार किया था.

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पहले भी हुई थी गिरफ्तारी
अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेट (एक्यूआईएस) आतंकी संगठन के संदिग्ध मौलाना कलीमुद्दीन से राज्य एटीएस पूछताछ कर रही है. मौलाना कलीमुद्दीन के बारे में नया खुलासा हुआ है. जिसके मुताबिक साल 2014 में भी जमशेदपुर के मानगो पुलिस ने कलीमुद्दीन को दो दफे पकड़ा था, लेकिन तब पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दबाव की वजह से उसे छोड़ दिया था. तब भी कलीमुद्दीन के आतंकी गतिविधि में संलिप्तता की जानकारी पुलिस को मिली थी.

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अलकायदा में कटकी से बड़ी थी मौलाना की जिम्मेदारी
राज्य पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेंट में अब्दुल रहमान कटकी से बड़ी जिम्मेदारी मौलाना कलीमुद्दीन की थी. कलीमुद्दीन संगठन के लिए विदेशों से फंड जुगाड़ करता था. साथ ही कई युवाओं को भी उसने संगठन से जोड़ा था. कलीमुद्दीन संगठन में जोड़े गए युवकों को ही पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भेजता था, जबकि उसी ने एक युवक को आतंकी संगठन से जोड़ा था जो बाद में सिरिया में मारा भी गया था. कलीमुद्दीन ने संगठन को विस्तार देने के लिए कटकी की शादी रांची के चान्हो में कराई थी. इसके बाद कटकी का लगातार चान्हो में आना जाना होता था. यहां वह तकरीरों के बहाने जेहाद के लिए युवाओं को प्रेरित करता था.

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देशभर की एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ
कलीमुद्दीन से वर्तमान में देश की कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. पश्चिम बंगाल, राजस्थान, आंध्रप्रदेश की आईबी की टीम भी उससे पूछताछ में लगी है. बता दें कि कटकी की गिरफ्तारी के बाद कलीमुद्दीन लंबे समय तक बांग्लादेश में रहा था. बांग्लादेश से लौटने के बाद वह कोलकाता के खिदिरपुर इलाके में छिपकर बकरीद के बाद से रह रहा था.

Intro:संगठन को बिस्तार देने के लिए कलीमुद्दीन ने चान्हों में करायी थी कटकी की शादी ,देश भर की एजंसियां कर रही आतंकी से पूछताछ

रांची।

झारखंड एटीएस के हत्थे चढ़े मौलाना कलीमुद्दीन के घर पर अलकायदा के बड़े नेता मौलाना अब्दुल रहमान कटकी का आना जाना था। पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि कटकी की दिल्ली स्पेशल सेल के द्वारा साल 2016 में गिरफ्तारी के बाद कलीमुद्दीन बांग्लादेश भाग गया था।  बकरीद के दौरान वह बांग्लादेश से वापस कोलकाता लौटा था। कोलकाता के खिदिरपुर में कलीमुद्दीन एक धार्मिक स्थल को अपना ठिकाना बनाए हुए था। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली थी, जिसके बाद से कमीमुद्दीन की गिरफ्तारी का प्रयास एजेंसियों के द्वारा किया गया था। एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला ने भी मौलाना कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी व आतंकी संगठनों की गतिविधि को लेकर पत्राचार किया था।

पहले भी हुई थी गिरफ्तारी
अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेट(एक्यूआईएस) आतंकी संगठन के संदिग्ध मौलाना कलीमुद्दीन से राज्य एटीएस पूछताछ कर रही है। मौलाना कलीमुद्दीन के बारे में नया खुलासा हुआ है, जिसके मुताबिक साल 2014 में भी जमशेदपुर के मानगो पुलिस ने कलीमुद्दीन को दो दफे पकड़ा था। लेकिन तब पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दबाव की वजह से उसे छोड़ दिया था। तब भी कलीमुद्दीन के आतंकी गतिविधि में संलिप्तता की जानकारी पुलिस को मिली थी।


अलकायदा में कटकी से बड़ी थी मौलाना की जिम्मेदारी

राज्य पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि अलकायदा इन इंडियन सबकॉटिनेंट में अब्दुल रहमान कटकी से बड़ी जिम्मेदारी मौलाना कलीमुद्दीन की थी। कलीमुद्दीन संगठन के लिए विदेशों से फंड जुगाड़ता था, साथ ही कई युवाओं को भी उसने संगठन से जोड़ा था। कलीमुद्दीन के द्वारा संगठन में जोड़े गए युवकों को ही पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता था, जबकि उसके द्वारा आतंकी संगठन में जोड़ा गया एक युवक बाद में सिरिया में मारा भी गया था। कलीमुद्दीन ने संगठन को बिस्तार देने के लिए कटकी की शादी रांची के चान्हो में करायी थी। इसके बाद कटकी का लगातार चान्हों में आना जाना होता था। यहां वह तकरीरों के बहाने जेहाद के लिए युवाओं को प्रेरित करता था।

देशभर की एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ

कलीमुद्दीन से वर्तमान में देश की कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। पश्चिम बंगाल, राजस्थान, आंध्रप्रदेश की आईबी की टीमें भी उससे पूछताछ में लगी हैं। गौरतलब है कि कटकी की गिरफ्तारी के बाद कलीमुद्दीन लंबे समय तक बांग्लादेश में रहा था। बांग्लादेश से लौटने के बाद वह कोलकाता के खिदिरपुर इलाके में छिपकर बकरीद के बाद से रह रहा था।Body:2Conclusion:2
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