ETV Bharat / city

रांची ZOO में बाघ शिवा के मरने से हड़कंप, कोरोना से मौत की आशंका

author img

By

Published : Jun 4, 2021, 10:17 AM IST

Updated : Jun 4, 2021, 3:31 PM IST

Ten year old male tiger dies
कोरोना से बाघ की मौत

10:13 June 04

रांची: पशु प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर है. रांची के बिरसा चिड़ियाघर में शुक्रवार को एक बाघ शिवा की मौत के बाद हड़कंप मच गया. उसके मौत के पीछे कोरोना की आशंका जताई जा रही है. शिवा पिछले 4 दिनों से बीमार चल रहा था. जू के डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने शिवा की मौत की पुष्टि करते हुए बताया है कि शिवा का एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आया है. इसके बाद RTPCR टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया है. बाघ बुखार और संक्रमण से पीड़ित था. उसके कोविड जांच के लिए नमूने आईवीआरआई (IVRI) बरेली भेजे जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

पिछले चार दिनों से आ रहा था बुखार

कहा जा रहा है कि शिवा को पिछले चार दिनों से बुखार था. वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर प्रवीण कुमार और बिरसा मुंडा ज़ू के डॉक्टर ओमप्रकाश साहू के साथ टाटा ज़ू के डॉ माणिक पालिक की टीम लगातार उसका इलाज कर रहे थे. वेटनरी कॉलेज पैथोलॉजी विभाग के HOD डॉ एम के गुप्ता ने शिवा के ब्लड की जांच की थी. जिसमें किडनी और लीवर में इंफेक्शन मिला था. आशंका जताई जा रही है कि शिवा की मौत कोरोना से हुई होगी. हालांकि उसका एंटीजेन टेस्ट निगेटिव आया था. लेकिन फिर भी उसके सैंपल RTPCR टेस्ट के लिए बरेली भेजे जा रहे हैं.  

ये भी पढ़ें: पहाड़ पर जाकर वैक्सीन लेने को मजबूर हैं इस गांव के लोग, जानिए क्यों?

लॉकडाउन में चिड़ियाघर बंद

अगर शिवा की मौत के पीछे की वजह कोरोना वायरस आती है तो ये चिड़ियाघर में मौजूद बाकि जानवरों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है. हालांकि, लॉकडाउन की वजह से चिड़ियाघर आम लोगों के लिए बंद है. लेकिन फिर भी प्रबंधन पूरी तरह से सतर्क है.

ये भी पढ़ें: जानवरों में कोरोना का खतरा, बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में जानवरों का ऐसे रखा जा रहा ख्याल

तीन साल पहले बेंगलुरु से लाया गया था रांची

बाघ को 3 साल की उम्र में बेंगलुरु से लाया गया था. 11 मई 2011 को बंगलुरु के चिड़ियाघर में उसका जन्म हुआ था. 24.11.2014 को उसे रांची के बिरसा मुंडा ज़ू लाया गया था. शिवा की मां का नाम मेनका और पिता का नाम मोहना था.  

10:13 June 04

रांची: पशु प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर है. रांची के बिरसा चिड़ियाघर में शुक्रवार को एक बाघ शिवा की मौत के बाद हड़कंप मच गया. उसके मौत के पीछे कोरोना की आशंका जताई जा रही है. शिवा पिछले 4 दिनों से बीमार चल रहा था. जू के डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने शिवा की मौत की पुष्टि करते हुए बताया है कि शिवा का एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आया है. इसके बाद RTPCR टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया है. बाघ बुखार और संक्रमण से पीड़ित था. उसके कोविड जांच के लिए नमूने आईवीआरआई (IVRI) बरेली भेजे जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

पिछले चार दिनों से आ रहा था बुखार

कहा जा रहा है कि शिवा को पिछले चार दिनों से बुखार था. वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर प्रवीण कुमार और बिरसा मुंडा ज़ू के डॉक्टर ओमप्रकाश साहू के साथ टाटा ज़ू के डॉ माणिक पालिक की टीम लगातार उसका इलाज कर रहे थे. वेटनरी कॉलेज पैथोलॉजी विभाग के HOD डॉ एम के गुप्ता ने शिवा के ब्लड की जांच की थी. जिसमें किडनी और लीवर में इंफेक्शन मिला था. आशंका जताई जा रही है कि शिवा की मौत कोरोना से हुई होगी. हालांकि उसका एंटीजेन टेस्ट निगेटिव आया था. लेकिन फिर भी उसके सैंपल RTPCR टेस्ट के लिए बरेली भेजे जा रहे हैं.  

ये भी पढ़ें: पहाड़ पर जाकर वैक्सीन लेने को मजबूर हैं इस गांव के लोग, जानिए क्यों?

लॉकडाउन में चिड़ियाघर बंद

अगर शिवा की मौत के पीछे की वजह कोरोना वायरस आती है तो ये चिड़ियाघर में मौजूद बाकि जानवरों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है. हालांकि, लॉकडाउन की वजह से चिड़ियाघर आम लोगों के लिए बंद है. लेकिन फिर भी प्रबंधन पूरी तरह से सतर्क है.

ये भी पढ़ें: जानवरों में कोरोना का खतरा, बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में जानवरों का ऐसे रखा जा रहा ख्याल

तीन साल पहले बेंगलुरु से लाया गया था रांची

बाघ को 3 साल की उम्र में बेंगलुरु से लाया गया था. 11 मई 2011 को बंगलुरु के चिड़ियाघर में उसका जन्म हुआ था. 24.11.2014 को उसे रांची के बिरसा मुंडा ज़ू लाया गया था. शिवा की मां का नाम मेनका और पिता का नाम मोहना था.  

Last Updated : Jun 4, 2021, 3:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.