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पुलिस को देख सुरक्षित महसूस करते हैं या लगता है डर, पुलिस करा रही सर्वे - डीजी कॉन्फ्रेंस न्यूज

आप किसी पुलिसकर्मी या पुलिस के वाहन को देखकर स्वयं में सुरक्षित महसूस करते हैं या डरते हैं, आपके इलाके के चोरों-बदमाशों में पुलिस का खौफ है या नहीं. क्या अमीरों व शक्तिशाली लोगों की तुलना में पुलिस गरीबों से बुरा व्यवहार करती है. ऐसे ही 20 बिंदुओं पर राज्यभर में पुलिस सर्वे करा रही है.

Survey started for DG conference in ranchi
पुलिस कर रही सर्वे
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Published : Oct 6, 2020, 10:23 PM IST

Updated : Oct 6, 2020, 10:44 PM IST

रांची: देश भर के अधिकारियों की सलाना डीजी कॉन्फ्रेंस को लेकर राज्य पुलिस के द्वारा अपनी कार्यप्रणाली को लेकर आम लोगों से सर्वे के तौर पर रायशुमारी ली जा रही है. पुलिस मुख्यालय के द्वारा झारखंड के सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह यूनिवर्सिटी छात्रों या विशेषज्ञों की मदद से सर्वे कराएं. सर्वें में आए तथ्यों के आधार पर पुलिसिंग में सुधार की पहल होगी. वहीं इस सर्वे को डीजी कॉन्फ्रेंस में भी पेश किया जाएगा.


कौन कौन होगा सर्वे में शामिल
राज्य सरकार के प्रभारी डीजीपी ने सर्वे को लेकर जो आदेश जारी किए हैं, उसके मुताबिक प्रत्येक थाना के दो किलोमीटर में रहने वाले लोगों से 20- 20 सवाल पूछे जाएंगे. सर्वे में राय देने वाले लोगों का नाम, पता गुप्त रखा जाएगा. प्रत्येक सवाल के जवाब पूर्ण रूप से देना अनिवार्य होगा, इसमे सहमत, सहमत या शायद के रूप में मिले जबाब मान्य नहीं होंगे. सर्वे में असमहत या पूर्णत: असहमत के ऑप्शन चुन कर देने होंगे. सर्वे में प्रत्येक 20 सवाल का जवाब देना अनिवार्य नहीं है.


ये हैं सवाल

  • शिकायत दर्ज कराने थाने जाने में सहज महसूस होता है.
  • आप उस समय सहज महसूस करते हैं जब आपको गवाह के तौर पर थाने में बुलाया जाता है.
  • आप अपने आसपास के इलाके में पुलिसकर्मी या पुलिस वाहन देखने के बाद ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं.
  • आपके क्षेत्र के अपराधियों में क्या यह भय है कि वो पुलिस के द्वारा पकड़े जाएंगे.
  • पुलिस समाज के अमीर और शक्तिशाली लोगों की तुलना में गरीब लोगों के साथ बुरा व्यवहार करती है.
  • समाज के विशेष वर्ग के प्रति पुलिस का दृष्टिकोण तत्कालीन सरकार के रवैये पर भी निर्भर करता है.
  • आपके परिवार के किसी सदस्य की नौकरी पुलिस में लग गई तो आप गौरवांवित महसूस करेंगे.
  • 5-10 सालों में पुलिस के पास ज्यादा संसाधन हैं.
  • पुलिस थानों में छोटे-मोटे अपराध के लिए शिकायत दर्ज कराना चाहिए.
  • थाने के स्तर पर पदाधिकारियों की तुलना में वरीय पदाधिकारियों से ज्यादा असानी से संपर्क किया जा सकता है.
  • थाने के बजाय वरीय अधिकारियों से संपर्क करने के शिकायत पर निवारण बेहतर तरीके से होता है.
  • पुलिस अपराध की सूचना देने पर तत्काल कार्रवाई करती है.
  • आपके इलाके में अपराध के संभावित ठिकानों पर पुलिस गश्ती करती है.
  • पुलिस कार्य प्रणाली में भ्रष्टाचार को कैसे आंकते हैं.
  • डायल 100 अपराध की रिपोर्टिंग पर पहले से अधिक संवेदनशील हुई है.
  • यदि आप अपराध की सूचना पुलिस को देंगे तो यह गोपनीयता भंग कर सकती है.
  • आप अपना घर बंद कर बाहर निकलने पर चोरी के डर से मुक्त या सुरक्ष्रित महसूस करते हैं.
  • आप किसी डर या भय के बिना देर शाम या रात भी अपने घर से बाहर निकल सकते हैं.

रांची: देश भर के अधिकारियों की सलाना डीजी कॉन्फ्रेंस को लेकर राज्य पुलिस के द्वारा अपनी कार्यप्रणाली को लेकर आम लोगों से सर्वे के तौर पर रायशुमारी ली जा रही है. पुलिस मुख्यालय के द्वारा झारखंड के सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह यूनिवर्सिटी छात्रों या विशेषज्ञों की मदद से सर्वे कराएं. सर्वें में आए तथ्यों के आधार पर पुलिसिंग में सुधार की पहल होगी. वहीं इस सर्वे को डीजी कॉन्फ्रेंस में भी पेश किया जाएगा.


कौन कौन होगा सर्वे में शामिल
राज्य सरकार के प्रभारी डीजीपी ने सर्वे को लेकर जो आदेश जारी किए हैं, उसके मुताबिक प्रत्येक थाना के दो किलोमीटर में रहने वाले लोगों से 20- 20 सवाल पूछे जाएंगे. सर्वे में राय देने वाले लोगों का नाम, पता गुप्त रखा जाएगा. प्रत्येक सवाल के जवाब पूर्ण रूप से देना अनिवार्य होगा, इसमे सहमत, सहमत या शायद के रूप में मिले जबाब मान्य नहीं होंगे. सर्वे में असमहत या पूर्णत: असहमत के ऑप्शन चुन कर देने होंगे. सर्वे में प्रत्येक 20 सवाल का जवाब देना अनिवार्य नहीं है.


ये हैं सवाल

  • शिकायत दर्ज कराने थाने जाने में सहज महसूस होता है.
  • आप उस समय सहज महसूस करते हैं जब आपको गवाह के तौर पर थाने में बुलाया जाता है.
  • आप अपने आसपास के इलाके में पुलिसकर्मी या पुलिस वाहन देखने के बाद ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं.
  • आपके क्षेत्र के अपराधियों में क्या यह भय है कि वो पुलिस के द्वारा पकड़े जाएंगे.
  • पुलिस समाज के अमीर और शक्तिशाली लोगों की तुलना में गरीब लोगों के साथ बुरा व्यवहार करती है.
  • समाज के विशेष वर्ग के प्रति पुलिस का दृष्टिकोण तत्कालीन सरकार के रवैये पर भी निर्भर करता है.
  • आपके परिवार के किसी सदस्य की नौकरी पुलिस में लग गई तो आप गौरवांवित महसूस करेंगे.
  • 5-10 सालों में पुलिस के पास ज्यादा संसाधन हैं.
  • पुलिस थानों में छोटे-मोटे अपराध के लिए शिकायत दर्ज कराना चाहिए.
  • थाने के स्तर पर पदाधिकारियों की तुलना में वरीय पदाधिकारियों से ज्यादा असानी से संपर्क किया जा सकता है.
  • थाने के बजाय वरीय अधिकारियों से संपर्क करने के शिकायत पर निवारण बेहतर तरीके से होता है.
  • पुलिस अपराध की सूचना देने पर तत्काल कार्रवाई करती है.
  • आपके इलाके में अपराध के संभावित ठिकानों पर पुलिस गश्ती करती है.
  • पुलिस कार्य प्रणाली में भ्रष्टाचार को कैसे आंकते हैं.
  • डायल 100 अपराध की रिपोर्टिंग पर पहले से अधिक संवेदनशील हुई है.
  • यदि आप अपराध की सूचना पुलिस को देंगे तो यह गोपनीयता भंग कर सकती है.
  • आप अपना घर बंद कर बाहर निकलने पर चोरी के डर से मुक्त या सुरक्ष्रित महसूस करते हैं.
  • आप किसी डर या भय के बिना देर शाम या रात भी अपने घर से बाहर निकल सकते हैं.
Last Updated : Oct 6, 2020, 10:44 PM IST
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